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नीतीश कुमार ने खेला कुनबा बचाए रखने का मास्टरस्ट्रोक, इसीलिए पुराने चेहरों पर भरोसा

Bihar Cabinet Expansion: नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल विस्तार में जेडीयू के पुराने चेहरों को ही शामिल किया है। माना जा रहा है कि नीतीश इस दांव से एक तीर से कई शिकार किए हैं। पहला तो वह पार्टी में विरोध के स्वर को थाम गए और दूसरा मिशन 2024 की तैयारी भी माना जा रहा है।

Curated byसत्यकाम अभिषेक | नवभारतटाइम्स.कॉम 16 Aug 2022, 12:33 pm

हाइलाइट्स

  • नीतीश कुमार मंत्रिमंडल में जेडीयू के सभी पुराने मंत्री फिर लेंगे शपथ
  • नीतीश ने पार्टी में फूट की आशंका से बचने के लिए चला दांव
  • बिहार सीएम की नजर 2024 में पीएम पद की रेस पर बताई जा रही है
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पटना: बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) कैबिनेट विस्तार में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) पुराने चेहरों पर ही दांव लगाई है। दरअसल, बड़ी सोच के साथ बीजेपी का साथ छोड़ने वाले नीतीश ने अपने कुनबे को बचाने के लिए यह दांव खेला है। जेडीयू जब बीजेपी से अलग हुई थी तो उसकी तरफ से आरोप लगाए गए थे कि पार्टी को तोड़ने की कोशिश हुई थी। ऐसे में नीतीश पुराने चेहरों को ही मंत्री बनाकर एक तरह से मास्टरस्ट्रोक चल रहे हैं। पुराने मंत्रियों की जगह नए विधायकों को शपथ दिलाने के कारण पार्टी में फूट पड़ने का डर उन्हें सता रहा होगा इसलिए नीतीश सरकार में जेडीयू ने बीजेपी सरकार में शामिल सभी मंत्रियों को आरजेडी गठजोड़ में भी रिपीट किया है।

पुराने चेहरों पर भरोसे का मतलब समझिए

जेडीयू छोड़ चुके आरसीपी सिंह पर पार्टी ने आरोप लगाया था कि वह पार्टी तोड़ने की कोशिश कर रहे थे। इसी बिना पर नीतीश कुमार ने बीजेपी से अलग होने का फैसला किया था। बताया जा रहा था कि कुछ मंत्री और विधायक आरसीपी के संपर्क में थे। जेडीयू के मुखिया ललन सिंह ने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसका इशारा भी किया था। पार्टी के अंदरखाने सब ठीक बताने वाली जेडीयू को इस बात का डर जरूर सता रहा होगा कि अगर पुराने की जगह नए चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल करने का फैसला पार्टी करती तो विरोध का खतरा हो सकता था। ऐसे में नीतीश ने अपने पुराने चेहरों को ही आगे कर दिया।
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नीतीश का मास्टरस्ट्रोक
नीतीश कुमार चौंकाने वाले फैसलों के लिए जाने जाते हैं। बिहार की राजनीति का चाणक्य भी उन्हें कहा जाता है। दरअसल, उनकी नजर 2024 में पीएम पद की रेस में शामिल होने पर है। ऐसे में वह पुराने मंत्रियों को अपने मंत्रिमंडल में शामिल कर एक तरह से मास्टरस्ट्रोक भी चल रहे हैं। ऐसी स्थिति में उन्हें किसी के विरोध का सामना नहीं करना पड़ेगा। वहीं, कुछ मंत्री तो उनके खासमखास भी हैं। विजय कुमार चौधरी और श्रवण कुमार बिहार सीएम के खास माने जाते हैं। जब दो विश्वस्त सहयोगी उनके मंत्रिमंडल में होंगे तो उनके लिए आगे की रणनीति बनाने में दिक्कत का सामना नहीं करना होगा। वैसे भी बीजेपी का साथ छोड़ने के पीछे विश्लेषक नीतीश को भविष्य की राजनीति के तौर पर बता रहे हैं। तो नीतीश उसकी तैयारी पूरी कोशिश से जुट जाएंगे।
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आरसीपी के साथ रहे शीला को भी जगह
नीतीश कुमार ने शीला मंडल को अपने मंत्रिमंडल में शामिल करके बड़ा संदेश देना चाहते हैं। शीला को आरसीपी का खास माना जाता था। ऐसे में नीतीश आरसीपी के सोर्स को ही खत्म करने का दांव चल दिए हैं। शीला को मंत्री बनाकर नीतीश ने एक तीर से कई निशाने साधे हैं। इसके जरिए नीतीश विरोधी खेमा को यह संदेश दे रहे हैं कि विरोध की जरूरत नहीं है और इस पार्टी में सभी को सम्मान मिलता है।

जेडीयू के मंत्रियों की लिस्ट
1.विजय चौधरी
2.बिजेंद्र यादव
3.अशोक चौधरी
4.शीला मंडल
5.श्रवण कुमार
6.संजय झा
7.लेशी सिंह
8.जमा खान
9.जयंत राज
10.मदन सहनी
11.सुनील कुमार
लेखक के बारे में
सत्यकाम अभिषेक
सत्यकाम अभिषेक नवभारत टाइम्स ऑनलाइन में असिस्टेंट एडिटर हैं. यूनिवार्ता, सहारा, ज़ी न्यूज़ से होते हुए अब नवभारत टाइम्स में सेंट्रल टीम और शिफ्ट हेड हैं.... और पढ़ें

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