पटना
करीब साढ़े तीन साल बाद लालू यादव पटना पहुंच रहे। दिल्ली में मीडिया से भी उन्होंने बात की। लालू के बयानों से बिहार की राजनीति में भूचाल आ गया। दोनों बेटों (तेज प्रताप-तेजस्वी) के तल्खी पर उन्होंने कहा कि कोई नाराजगी नहीं है। तेज प्रताप-तेजस्वी में नाराजगी नहीं- लालू
आरजेडी सुप्रीमो बेशक कह रहे हैं कि तेज प्रताप और तेजस्वी में कोई नाराजगी नहीं है। दोनों उनके बेटे हैं। मगर हालिया घटनाक्रम बता रहे हैं कि परिवार में 'आग' लगी हुई है। तेज प्रताप बगावती रूख अपनाए हुए हैं। राबड़ी देवी जब उनसे मिलने उनके सरकारी आवास पर गईं तो मुलाकात तक नहीं हो सकी। तेज प्रताप पहले ही कह चुके हैं कि उनके पिताजी जब पटना आएंगे तो वो सबका पोल खोलेंगे।
काफी दिनों से तेज प्रताप का बगावती रूख
तेज प्रताप यादव कई बार पार्टी विरोधी बयान दे चुके हैं। उन्होंने अलग संगठन भी बना लिया है। हाल ही में प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह सहित वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ बयान देकर काफी फजीहत कराई है। उन्होंने यहां तक आरोप लगाया था कि उनके पिता को दिल्ली में पार्टी के कुछ मुट्ठी भर लोगों ने 'बंधक' बना लिया है। पार्टी का अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने का सपना देख रहे हैं। जिसे छोटे भाई तेजस्वी यादव और उनके वफादारों पर हमले के रूप में देखा गया था।
लालू के 'भकचोन्हर' वाले बयान से कांग्रेस नाराज
मगर लालू यादव ने पूरे विवाद पानी डालने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि उनके बेटों में कोई नाराजगी नहीं है। जबकि हकीकत में ऐसा नहीं है। वहीं, आरजेडी सुप्रीमो ने दिल्ली से पटना रवाना होने के पहले बिहार के सियासी हालात और कांग्रेस से गठबंधन टूटने की खबरों पर खुलकर अपनी बात रखी। लालू यादव ने कहा कि 'क्या होता है कांग्रेस का गठबंधन, हारने के लिए उसको दे देते हम। जमानत जब्त कराने के लिए।' वहीं भक्तचरण दास के हालिया बयान पर पलटवार करते हुए आरजेडी मुखिया ने उन्हें 'भकचोन्हर दास' कहा है।
करीब साढ़े तीन साल बाद लालू यादव पटना पहुंच रहे। दिल्ली में मीडिया से भी उन्होंने बात की। लालू के बयानों से बिहार की राजनीति में भूचाल आ गया। दोनों बेटों (तेज प्रताप-तेजस्वी) के तल्खी पर उन्होंने कहा कि कोई नाराजगी नहीं है।
आरजेडी सुप्रीमो बेशक कह रहे हैं कि तेज प्रताप और तेजस्वी में कोई नाराजगी नहीं है। दोनों उनके बेटे हैं। मगर हालिया घटनाक्रम बता रहे हैं कि परिवार में 'आग' लगी हुई है। तेज प्रताप बगावती रूख अपनाए हुए हैं। राबड़ी देवी जब उनसे मिलने उनके सरकारी आवास पर गईं तो मुलाकात तक नहीं हो सकी। तेज प्रताप पहले ही कह चुके हैं कि उनके पिताजी जब पटना आएंगे तो वो सबका पोल खोलेंगे।
काफी दिनों से तेज प्रताप का बगावती रूख
तेज प्रताप यादव कई बार पार्टी विरोधी बयान दे चुके हैं। उन्होंने अलग संगठन भी बना लिया है। हाल ही में प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह सहित वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ बयान देकर काफी फजीहत कराई है। उन्होंने यहां तक आरोप लगाया था कि उनके पिता को दिल्ली में पार्टी के कुछ मुट्ठी भर लोगों ने 'बंधक' बना लिया है। पार्टी का अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने का सपना देख रहे हैं। जिसे छोटे भाई तेजस्वी यादव और उनके वफादारों पर हमले के रूप में देखा गया था।
लालू के 'भकचोन्हर' वाले बयान से कांग्रेस नाराज
मगर लालू यादव ने पूरे विवाद पानी डालने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि उनके बेटों में कोई नाराजगी नहीं है। जबकि हकीकत में ऐसा नहीं है। वहीं, आरजेडी सुप्रीमो ने दिल्ली से पटना रवाना होने के पहले बिहार के सियासी हालात और कांग्रेस से गठबंधन टूटने की खबरों पर खुलकर अपनी बात रखी। लालू यादव ने कहा कि 'क्या होता है कांग्रेस का गठबंधन, हारने के लिए उसको दे देते हम। जमानत जब्त कराने के लिए।' वहीं भक्तचरण दास के हालिया बयान पर पलटवार करते हुए आरजेडी मुखिया ने उन्हें 'भकचोन्हर दास' कहा है।