पटना: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत से विपक्षी दलों के हौसले बुलंद हैं। लोकसभा चुनाव से पहले सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। नीतीश कुमार (Nitish Kumar) अपने 'मिशन' को आगे बढ़ा रहे हैं। राहुल गांधी और खरगे के साथ रिव्यू मीटिंग हो चुकी है। इन सबके बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने विपक्ष के पीएम कैंडिडेट की रेस से खुद को बाहर कर लिया है। ऐसे में सवाल उठता है कि नीतीश कुमार खुद को कहां देखते हैं? क्या वे 2024 लोकसभा चुनाव लड़ेंगे?
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने सोमवार को कहा कि वो प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में शामिल नहीं हैं। विपक्ष ऐसा नेतृत्व चाहता है, जो देश की भलाई के लिए काम करे। मैं विपक्ष को एकजुट करने का प्रयास कर रहा हूं। ऐसी ही कोशिश बिहार के सीएम नीतीश कुमार कर रहे हैं। मैं प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में नहीं हूं क्योंकि मैं अगला (लोकसभा) चुनाव नहीं लड़ूंगा। पुणे विश्वविद्यालय के कुलपति राम तकावाले के निधन के सिलसिले में आयोजित शोक सभा के बाद शरद पवार ने पत्रकारों से ये बात कही।
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी दलों को एकजुट करने की कवायद में जुटे हुए हैं। चुनाव लड़गें या नहीं, अब तक साफ नहीं है। वैसे, नालंदा लोकसभा सीट से जेडीयू के लोकसभा सांसद कौशलेंद्र कुमार ने नीतीश कुमार के चुनाव लड़ने के लिए अपनी सीट छोड़ने की पेशकश की थी। इस बाबत जब नीतीश कुमार से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी इस सब पर हमें कुछ नहीं कहना है।
वैसे नीतीश कुमार के लिए यूपी के कुछ सीटों के नाम भी परवान चढ़ी थी, तब उनको पीएम पद की रेस में बताया जा रहा था। उसके बाद उन्होंने खुद के बारे में कई बार कहा कि वो पीएम पद की दौड़ में शामिल नहीं है। शरद पवार से पहले नीतीश कुमार खुद को पीएम पद की रेस से बाहर कर चुके हैं। मगर, लोकसभा चुनाव लड़ने की बात पर शरद पवार की तरह नीतीश कुमार ने कभी भी साफ-साफ कुछ नहीं कहा। ऐसे में कहा जा रहा है कि क्या शरद पवार की 'ना' में नीतीश के लिए 'हां' छिपा है?
सीट शेयरिंग के मसले पर भी शरद पवार ने बयान दिया। हालांकि वो सिर्फ महाराष्ट्र के सिलसिले में था। महा विकास आघाड़ी (एमवीए) में शामिल कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) के साथ सीटों के बंटवारे के बारे में उन्होंने कहा कि हाल ही में मेरे आवास पर एक बैठक हुई थी। महा विकास आघाड़ी के नेता इस पर फैसला करेंगे। उद्धव ठाकरे, सोनिया गांधी या कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे और मैं बैठक कर इसके बारे में चर्चा करेंगे। महाराष्ट्र में कई नागरिक निकायों का कार्यकाल 2022 की शुरुआत में खत्म हो गया था, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण चुनाव नहीं हुए। इसके अलावा, मई 2024 के आसपास लोकसभा चुनाव होने की संभावना है, जिसके कुछ समय बाद महाराष्ट्र में विधानभा चुनाव होंगे।
इनपुट- (एजेंसी इनपुट के साथ)
'प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में शामिल नहीं'
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने सोमवार को कहा कि वो प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में शामिल नहीं हैं। विपक्ष ऐसा नेतृत्व चाहता है, जो देश की भलाई के लिए काम करे। मैं विपक्ष को एकजुट करने का प्रयास कर रहा हूं। ऐसी ही कोशिश बिहार के सीएम नीतीश कुमार कर रहे हैं। मैं प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में नहीं हूं क्योंकि मैं अगला (लोकसभा) चुनाव नहीं लड़ूंगा। पुणे विश्वविद्यालय के कुलपति राम तकावाले के निधन के सिलसिले में आयोजित शोक सभा के बाद शरद पवार ने पत्रकारों से ये बात कही।
शरद की 'ना' में नीतीश के लिए मौका?
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी दलों को एकजुट करने की कवायद में जुटे हुए हैं। चुनाव लड़गें या नहीं, अब तक साफ नहीं है। वैसे, नालंदा लोकसभा सीट से जेडीयू के लोकसभा सांसद कौशलेंद्र कुमार ने नीतीश कुमार के चुनाव लड़ने के लिए अपनी सीट छोड़ने की पेशकश की थी। इस बाबत जब नीतीश कुमार से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी इस सब पर हमें कुछ नहीं कहना है।
वैसे नीतीश कुमार के लिए यूपी के कुछ सीटों के नाम भी परवान चढ़ी थी, तब उनको पीएम पद की रेस में बताया जा रहा था। उसके बाद उन्होंने खुद के बारे में कई बार कहा कि वो पीएम पद की दौड़ में शामिल नहीं है। शरद पवार से पहले नीतीश कुमार खुद को पीएम पद की रेस से बाहर कर चुके हैं। मगर, लोकसभा चुनाव लड़ने की बात पर शरद पवार की तरह नीतीश कुमार ने कभी भी साफ-साफ कुछ नहीं कहा। ऐसे में कहा जा रहा है कि क्या शरद पवार की 'ना' में नीतीश के लिए 'हां' छिपा है?
सीट शेयरिंग पर टिकी नजर
सीट शेयरिंग के मसले पर भी शरद पवार ने बयान दिया। हालांकि वो सिर्फ महाराष्ट्र के सिलसिले में था। महा विकास आघाड़ी (एमवीए) में शामिल कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) के साथ सीटों के बंटवारे के बारे में उन्होंने कहा कि हाल ही में मेरे आवास पर एक बैठक हुई थी। महा विकास आघाड़ी के नेता इस पर फैसला करेंगे। उद्धव ठाकरे, सोनिया गांधी या कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे और मैं बैठक कर इसके बारे में चर्चा करेंगे। महाराष्ट्र में कई नागरिक निकायों का कार्यकाल 2022 की शुरुआत में खत्म हो गया था, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण चुनाव नहीं हुए। इसके अलावा, मई 2024 के आसपास लोकसभा चुनाव होने की संभावना है, जिसके कुछ समय बाद महाराष्ट्र में विधानभा चुनाव होंगे।
इनपुट- (एजेंसी इनपुट के साथ)