पटना
बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन तेजस्वी यादव के दो बयानों ने सियासी सनसनी फैला दी। पहली जातीय जगगणना और दूसरी नीतीश से फिर से हाथ मिलाने की बात। जातीय जनगणना पर तेजस्वी आज यानि 2 दिसंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात भी करेंगे।
तेजस्वी की नीतीश से मुलाकात
तेजस्वी ने इस मुलाकात से एक दिन पहले एक ट्वीट भी किया। उन्होंने लिखा कि 'पिछड़ा विरोधी केंद्र सरकार द्वारा जातीय जनगणना की मांग ठुकराये जाने के बावजूद मुख्यमंत्री नीतीश जी द्वारा सर्वदलीय बैठक नहीं बुलाई गई। हमारी मांग अनुसार अब बिहार सरकार अपने खर्चे से जातीय जनगणना कराए। इसी सत्र में इसकी घोषणा भी की जाए। कल इसी विषय पर माननीय मुख्यमंत्री जी से मिलेंगे।'
जातीय जनगणना के मुद्दे को दी तेजस्वी ने दी हवा
बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर से जातीय जनगणना के मुद्दे को हवा दे दी है। तेजस्वी ने कहा कि 'पिछले सत्र के दौरान RJD की मांग पर सरकार ने सर्वदलीय बैठक कर जातीय जनगणना करवाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने का काम किया, लेकिन अब उनके सहयोगी दल बीजेपी के ही केंद्रीय राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने RJD की इस मांग को खारिज कर दिया है।
तेजस्वी ने आगे कहा कि 'अब हम लोग मुख्यमंत्री से मांग करते हैं कि इसी शीतकालीन सत्र के दौरान ही नीतीश राज्य के खर्च पर जातीय जनगणना कराने का ऐलान करें।' इसके बाद तेजस्वी शराब के मुद्दे पर भी सरकार पर तीखा हमला बोला।