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JEE Main Result 2021 : जानिए सीतामढ़ी के विशाल और बेगूसराय के सत्यदर्शी के बारे में, ऐसे गाड़ा इंजीनियरिंग के आयरन गेट पर बिहार का झंडा

JEE Main Result 2021 Bihar Toppers : जेईई मुख्य परीक्षा 2021 में 18 छात्र-छात्राओं ने पहला रैंक हासिल किया है जबकि 100 परसेंटाइल के साथ 42 उम्मीदवार चुने गए हैं। जानिए टॉपर विशाल वैभव और कुमार सत्यदर्शी के बारे में जो बिहार से ताल्लुक रखते हैं।

Edited byऋषिकेश नारायण सिंह | Reported byFaryal Rumi | टाइम्स न्यूज नेटवर्क 16 Sep 2021, 8:32 am
पटना
नवभारतटाइम्स.कॉम sita.
विशाल वैभव (बाएं) और कुमार सत्यदर्शी (दाएं)

सीतामढ़ी के विशाल वैभव ने संयुक्त प्रवेश परीक्षा- मेन (जेईई-मेन) 2021 में देश के 17 अन्य लोगों के साथ टॉप रैंक साझा किया है। बेगूसराय के कुमार सत्यदर्शी (एआईआर 11) के साथ वैभव को भी स्कोर करने का सम्मान मिला जिन्होंने देश भर में 42 अन्य उम्मीदवारों के साथ 100 पर्सेंटाइल हासिल किया है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने मंगलवार देर शाम चारों जेईई (मेन्स) के प्रदर्शन के आधार पर फाइनल मेरिट लिस्ट के नतीजे घोषित किए।

वैभव को दूसरे प्रयास में मिली बड़ी सफलता
वैभव ने अपने दूसरे प्रयास में परीक्षा उत्तीर्ण की और जेईई (उन्नत) को पास करने के लिए प्रतिदिन 15 घंटे की पढ़ाई की। वैभव के मुताबिक 'मेरा उद्देश्य आईआईटी-बॉम्बे में कंप्यूटर विज्ञान में प्रवेश प्राप्त करना है। मैं उसके लिए हर दिन अधिक से अधिक प्रश्न पत्र और अभ्यास पत्र हल करता हूं।' उनके पिता प्रभाकर कुमार एक बीमा कंपनी के लिए काम करते हैं और मां माधुरी मिश्रा एक गृहिणी हैं। वो अपने बेटे की सफलता से बेहद खुश हैं।
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बेगूसराय के सत्यदर्शी के बारे में जानिए
बेगूसराय के पोखरिया के सत्यदर्शी ने कहा कि उन्होंने कभी परीक्षा में टॉप करने का सपना तक नहीं देखा था। सत्यदर्शी के मुताबिक 'मैं बहुत खुश हूं कि मेरी मेहनत रंग लाई। जब मैं दसवीं कक्षा में था तब मैंने जेईई परीक्षा पर ध्यान देना शुरू कर दिया था। दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के बाद, मैं जेईई की तैयारी के लिए कोटा चला गया। कोविड के चलते लॉकडाउन के बाद मैं घर लौट आया और केवल अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित किया। मैंने लॉकडाउन की अवधि को सकारात्मक तरीके से लिया और अपना अधिकांश समय स्व-अध्ययन के लिए समर्पित किया।'

पढ़ने से ज्यादा जरूरी समझना- सत्यदर्शी
इस साल बारहवीं कक्षा में 94.6% अंक हासिल करने वाले कुमार सत्यदर्शी ने कहा कि उसने प्रतियोगी परीक्षा पास करने के लिए कभी पढ़ाई नहीं की। सत्यदर्शी का कहना है कि 'मैं चीजों को समझने और अवधारणा और सूत्रों को याद करने की कोशिश करता हूं। मैं विज्ञान के क्षेत्र में और अधिक खोज करना चाहता हूं, विशेष रूप से क्वांटम भौतिकी में।'

उनके पिता रामविलास कुमार बेगूसराय के साहेबपुर कमल के सरकारी मध्य विद्यालय में प्रधानाध्यापक हैं और माता प्रीता कुमारी गृहिणी हैं। सयादर्शी को पहले ही भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरु में प्रवेश मिल चुका है। योग्य उम्मीदवार 3 अक्टूबर को निर्धारित जेईई (उन्नत) के लिए उपस्थित होंगे। यह 23 प्रमुख भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) में प्रवेश पाने के लिए एक-स्टॉप परीक्षा है।
लेखक के बारे में
ऋषिकेश नारायण सिंह
नवभारत टाइम्स डिजिटल के बिहार-झारखंड प्रभारी। पत्रकारिता में जनमत टीवी, आईबीएन 7, ईटीवी बिहार-झारखंड, न्यूज18 बिहार-झारखंड से होते हुए टाइम्स इंटरनेट तक 17 साल का सफर। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से शुरुआत के बाद अब बिहार कर्मस्थल। देश, विदेश, अपराध और राजनीति की खबरों में गहरी रुचि। डिजिटल पत्रकारिता की हर विधा को सीखने की लगन।... और पढ़ें

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