रायपुर
इंटरनेट ऐंड मोबाइल असोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएएमएआई) भारत सरकार के आईटी मंत्रालय के तत्वाधान में, भारतीय लिपियों में इंटरनेट को बढ़ावा देने के लिए एक संगोष्टी का आयोजन कर रहा है। यह संगोष्ठी रायपुर में आयोजित की जा रही है। इंटरनेट का प्रचार और प्रसार आईएएमएआई के मूल कार्य क्षेत्र का हिस्सा है और यह संगोष्ठी इसी संदर्भ में आयोजित की जा रही है।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय और आईटी फील्ड के विशेषज्ञ अपने व्याख्यान प्रस्तुत करेंगे और स्थानीय लिपियों में इंटरनेट के अधिकाधिक उपयोग से होने वाले लाभ के बारे में अपने विचार प्रस्तुत करेंगे। इसके आयोजन का प्रमुख उद्देश्य यूनिवर्सल ऐक्सेप्टेन्स की संपूर्ण परिकल्पना को बढ़ावा देना है, जिसके माध्यम से इंटरनेट को देश के हर नागरिक तक उसकी अपनी लिपि और भाषा में पहुंचाने का लक्ष्य है।
रायपुर के सम्मेलन में मुख्यतः देवनागरी लिपि के प्रयोग कर विस्तृत चर्चा की जाएगी। इस सम्मेलन की परिकल्पना का आधार व्यापार के क्षेत्र में उन्नति और विकास लाने और साथ ही साथ हर नागरिक को हर डिजिटल दुनिया से जोड़ने का है। इस सम्मेलन में स्टार्टअप्स, युवा उद्यमियों और डिवेलपर्स को एक कोडिंग चैलेंज में भी भाग लेने का अवसर मिलेगा, जिसके माध्यम से वह स्थानीय लिपि में इंटरनेट के अधिक से अधिक प्रयोग के लिए संभावित समाधान पर काम कर पाएंगे।
इस सम्मेलन में विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। देवनागरी लिपि के लिए आगामी सम्मेलन भोपाल (29 जून), जयपुर, पुणे, लखनऊ और पटना में आयोजित किए जाएंगे। आईएएमएआई, भारतीय डिजिटल और इंटरनेट उद्योगों का अकेला परिसंघ है, जिसकी शुरुआत 2004 में हुई थी और लगभग 15 वर्षो से यह सदस्यों के लिए कार्य कर रही है। आईएएमएआई, लगभग 300 से ज्यादा सदस्यों का प्रतिनिधित्व करती है।
इंटरनेट ऐंड मोबाइल असोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएएमएआई) भारत सरकार के आईटी मंत्रालय के तत्वाधान में, भारतीय लिपियों में इंटरनेट को बढ़ावा देने के लिए एक संगोष्टी का आयोजन कर रहा है। यह संगोष्ठी रायपुर में आयोजित की जा रही है। इंटरनेट का प्रचार और प्रसार आईएएमएआई के मूल कार्य क्षेत्र का हिस्सा है और यह संगोष्ठी इसी संदर्भ में आयोजित की जा रही है।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय और आईटी फील्ड के विशेषज्ञ अपने व्याख्यान प्रस्तुत करेंगे और स्थानीय लिपियों में इंटरनेट के अधिकाधिक उपयोग से होने वाले लाभ के बारे में अपने विचार प्रस्तुत करेंगे। इसके आयोजन का प्रमुख उद्देश्य यूनिवर्सल ऐक्सेप्टेन्स की संपूर्ण परिकल्पना को बढ़ावा देना है, जिसके माध्यम से इंटरनेट को देश के हर नागरिक तक उसकी अपनी लिपि और भाषा में पहुंचाने का लक्ष्य है।
रायपुर के सम्मेलन में मुख्यतः देवनागरी लिपि के प्रयोग कर विस्तृत चर्चा की जाएगी। इस सम्मेलन की परिकल्पना का आधार व्यापार के क्षेत्र में उन्नति और विकास लाने और साथ ही साथ हर नागरिक को हर डिजिटल दुनिया से जोड़ने का है। इस सम्मेलन में स्टार्टअप्स, युवा उद्यमियों और डिवेलपर्स को एक कोडिंग चैलेंज में भी भाग लेने का अवसर मिलेगा, जिसके माध्यम से वह स्थानीय लिपि में इंटरनेट के अधिक से अधिक प्रयोग के लिए संभावित समाधान पर काम कर पाएंगे।
इस सम्मेलन में विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। देवनागरी लिपि के लिए आगामी सम्मेलन भोपाल (29 जून), जयपुर, पुणे, लखनऊ और पटना में आयोजित किए जाएंगे। आईएएमएआई, भारतीय डिजिटल और इंटरनेट उद्योगों का अकेला परिसंघ है, जिसकी शुरुआत 2004 में हुई थी और लगभग 15 वर्षो से यह सदस्यों के लिए कार्य कर रही है। आईएएमएआई, लगभग 300 से ज्यादा सदस्यों का प्रतिनिधित्व करती है।