अहमदाबाद
शहर को हरियाली की चाहे जितनी जरूरत हो, लेकिन अहमदाबाद में पुराने पेड़ सबसे ज्यादा तादाद में मौजूद हैं।
सामाजिक वानिकी विभाग, शहर की आठों नगरपालिका निगमों और गुजरात की 159 नगरपालिकों द्वारा संयुक्त रूप से पेड़-पौधों की एक गिनती में यह बात सामने आई है। अहमदाबाद शहर में 2,310 पेड़ ऐसे हैं, जो कि 80 से 100 साल पुराने हैं। इनकी मोटाई 300 सेंटीमीटर से भी ज्यादा है।
शहर में लगभग 22 हजार ऐसे पेड़ भी पाए गए जिनकी मोटाई 200 सेंटीमीटर से ज्यादा है। जब किसी पेड़ के तने की मोटाई 200 सेंटीमीटर से ज्यादा होती है, तब उसे बड़ा पेड़ कहा जाता है।
इस खास गणना के पीछे पूर्व वन अधिकारी एचएस सिंह का दिमाग है। उनके द्वारा किए गए शोध से पता चलता है कि गुजरात के बाकी हिस्सों की तुलना में अहमदाबाद के अंदर पाए जाने वाले पेड़ों की औसत लंबाई ज्यादा है। शहर में कुल 6.18 लाख पेड़ हैं। इनमें से 22,880 ऐसे हैं जिनकी मोटाई 200 सेंटीमीटर या इससे ज्यादा है। यह आंकड़ा गांधीनगर की तुलना में कहीं ज्यादा है। मालूम हो कि गांधीनगर को देश के सबसे हरे-भरे शहरों में से एक माना जाता है।
सिंह ने बताया, '300 सेंटीमीटर से ज्यादा मोटाई वाले पेड़ों की औसत उम्र करीब 80 साल होती है। शहर में जो सबसे पुराने 2,310 पेड़ हैं उनमें से ज्यादातर नीम, बरगद और पीपल के पेड़ हैं।' सामाजिक वानिकी विभाग के मुख्य संरक्षक जगदीश प्रसाद ने बताया कि पुराने पेड़ों में से सबसे पुराने पेड़ नीम के हैं। ये पेड़ करीब 100 साल पुराने हैं।
इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ें- 2,000 veteran trees have roots in Ahmedabad
शहर को हरियाली की चाहे जितनी जरूरत हो, लेकिन अहमदाबाद में पुराने पेड़ सबसे ज्यादा तादाद में मौजूद हैं।
सामाजिक वानिकी विभाग, शहर की आठों नगरपालिका निगमों और गुजरात की 159 नगरपालिकों द्वारा संयुक्त रूप से पेड़-पौधों की एक गिनती में यह बात सामने आई है। अहमदाबाद शहर में 2,310 पेड़ ऐसे हैं, जो कि 80 से 100 साल पुराने हैं। इनकी मोटाई 300 सेंटीमीटर से भी ज्यादा है।
शहर में लगभग 22 हजार ऐसे पेड़ भी पाए गए जिनकी मोटाई 200 सेंटीमीटर से ज्यादा है। जब किसी पेड़ के तने की मोटाई 200 सेंटीमीटर से ज्यादा होती है, तब उसे बड़ा पेड़ कहा जाता है।
इस खास गणना के पीछे पूर्व वन अधिकारी एचएस सिंह का दिमाग है। उनके द्वारा किए गए शोध से पता चलता है कि गुजरात के बाकी हिस्सों की तुलना में अहमदाबाद के अंदर पाए जाने वाले पेड़ों की औसत लंबाई ज्यादा है। शहर में कुल 6.18 लाख पेड़ हैं। इनमें से 22,880 ऐसे हैं जिनकी मोटाई 200 सेंटीमीटर या इससे ज्यादा है। यह आंकड़ा गांधीनगर की तुलना में कहीं ज्यादा है। मालूम हो कि गांधीनगर को देश के सबसे हरे-भरे शहरों में से एक माना जाता है।
सिंह ने बताया, '300 सेंटीमीटर से ज्यादा मोटाई वाले पेड़ों की औसत उम्र करीब 80 साल होती है। शहर में जो सबसे पुराने 2,310 पेड़ हैं उनमें से ज्यादातर नीम, बरगद और पीपल के पेड़ हैं।' सामाजिक वानिकी विभाग के मुख्य संरक्षक जगदीश प्रसाद ने बताया कि पुराने पेड़ों में से सबसे पुराने पेड़ नीम के हैं। ये पेड़ करीब 100 साल पुराने हैं।
इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ें- 2,000 veteran trees have roots in Ahmedabad