अहमदाबाद: गुजरात की गिर सोमनाथ विधानसभा से कांग्रेस के विधायक विमल चुडासमा (Vimal Chudasama) को जूनागढ़ की कोर्ट ने छह महीने की सजा सुनाई है। चुडास्मा 2022 में जीतकर दूसरी बार गिर सोमनाथ से विधायक बने हैं। जूनागढ़ की मलियाहाटी कोर्ट ने जिस मामले में विधायक को सजा सुनाई वह 10 साल पुराना है। कोर्ट ने लंबी सुनवाई के बाद विधायक विमल चुडासमा के साथ चार लोगों छह महीने की कैद ही सजा सुनाई है। तो वहीं कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए विधायक विमल चुडासमा ने कहा कि वह अदालत के फैसले का सम्मान करते हैं, लेकिन यह मामला राजनीतिक साजिश के तहत दर्ज कराया गया था। अगले एक महीने में केशोद की ऊपरी कोर्ट में फैसले को चुनौती दूंगा। 2010 में हुई थी मारपीट
13 साल पुराने जिस मामले में मलियाहाटी कोर्ट ने विधायक चुडासमा और चार अन्य को छह महीने की सजा सुनाई है। वह साल 2010 की घटना है। यह घटना चोरवाड़ गांव के पास एक हॉलिडे कैंप में मारपीट हुई थी। इस घटना में आरोप लगा था कि राजनीतिक साजिश के विमला चुडास्मा ने हमला किया। उन्होंने तत्कालीन सांसद राजेश चुडासमा के भाई हरीश चुडासमा और मीत वैद्य पर हमला किया। मामले में विमल चुडासमा को आरोपी बनाया गया था। इसके बाद से यह मामला कोर्ट में चल रहा था।
सुर्खियों में रहते हैं चुडास्मा
दिसंबर 2022 के चुनाव में जीत हासिल करने के बाद उन्होंने कहा था कि मैं कांग्रेस पार्टी को होकर नहीं रहना चाहता हूं। चुडासमा ने कहा कि मैं समाज के बेटे के तौर राजनीति में आया हूं और राजनेता के रूप में नहीं बल्कि समाज के बेटे के रूप में रहना चाहता हूं। मैं कोली समाज का होकर रहना चाहता हूं। गिर सोमनाथ से दूसरी बार विधायक बने विमल चुडासमा पिछले साल अगस्त में उस समय चर्चा में आए थे। जब उन्होंने पत्र लिख पीएम मोदी से सड़क यात्रा का अनुरोध किया था। उन्होंने ऐसा इसलिए किया था क्योंकि चुडास्मा तब भावनगर से सोमनाथ की जर्जर सड़क की तरफ एनएचएआई का ध्यान खींचना चाहते थे।
टी-शर्ट को लेकर हुआ था विवाद
विमल चुडासमा इससे पहले मार्च, 2021 में उस समय चर्चा में आए थे। जब वे टी-शर्ट पहनकर विधानसभा पहुंचे थे। तब तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी ने उन्हें सदन से बाहर निकाल दिया था। तब चुडासमा ने कहा था कि कि टी-शर्ट में बुराई क्या है। मैंने टी शर्ट में प्रचार किया था और जीत मिली है।
13 साल पुराने जिस मामले में मलियाहाटी कोर्ट ने विधायक चुडासमा और चार अन्य को छह महीने की सजा सुनाई है। वह साल 2010 की घटना है। यह घटना चोरवाड़ गांव के पास एक हॉलिडे कैंप में मारपीट हुई थी। इस घटना में आरोप लगा था कि राजनीतिक साजिश के विमला चुडास्मा ने हमला किया। उन्होंने तत्कालीन सांसद राजेश चुडासमा के भाई हरीश चुडासमा और मीत वैद्य पर हमला किया। मामले में विमल चुडासमा को आरोपी बनाया गया था। इसके बाद से यह मामला कोर्ट में चल रहा था।
सुर्खियों में रहते हैं चुडास्मा
दिसंबर 2022 के चुनाव में जीत हासिल करने के बाद उन्होंने कहा था कि मैं कांग्रेस पार्टी को होकर नहीं रहना चाहता हूं। चुडासमा ने कहा कि मैं समाज के बेटे के तौर राजनीति में आया हूं और राजनेता के रूप में नहीं बल्कि समाज के बेटे के रूप में रहना चाहता हूं। मैं कोली समाज का होकर रहना चाहता हूं। गिर सोमनाथ से दूसरी बार विधायक बने विमल चुडासमा पिछले साल अगस्त में उस समय चर्चा में आए थे। जब उन्होंने पत्र लिख पीएम मोदी से सड़क यात्रा का अनुरोध किया था। उन्होंने ऐसा इसलिए किया था क्योंकि चुडास्मा तब भावनगर से सोमनाथ की जर्जर सड़क की तरफ एनएचएआई का ध्यान खींचना चाहते थे।
टी-शर्ट को लेकर हुआ था विवाद
विमल चुडासमा इससे पहले मार्च, 2021 में उस समय चर्चा में आए थे। जब वे टी-शर्ट पहनकर विधानसभा पहुंचे थे। तब तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी ने उन्हें सदन से बाहर निकाल दिया था। तब चुडासमा ने कहा था कि कि टी-शर्ट में बुराई क्या है। मैंने टी शर्ट में प्रचार किया था और जीत मिली है।