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स्टाफ की कमी के कारण आधी रात में भी डाक पहुंचा रहे हैं डाकिये

इन दिनों गुजरात पोस्टल डिपार्टमेंट में स्टाफ की कमी की वजह से अहमदाबाद और आसपास के इलाके में समय पर डाक पहुंचाने की समस्या खड़ी हो गई है। और आधी रात को भी डाक पहुंचाए जा रहे हैं।

अहमदाबाद मिरर 19 Jan 2017, 1:37 pm
दीपक माशला, अहमदाबाद
नवभारतटाइम्स.कॉम due to staff crunch postmans are working over time and delivering posts midnight
स्टाफ की कमी के कारण आधी रात में भी डाक पहुंचा रहे हैं डाकिये

एक समय था जब चिट्ठी, पोस्टकार्ड और टेलिग्राम की डिलिवरी एक दिन में दो बार हुआ करती थी एक बार सुबह और एक बार शाम में। लेकिन अब अगर दिनभर में एक बार भी अगर आपकी चिट्ठी या टेलिग्राम आपको समय से मिल जाए तो आप खुद को लकी समझें। दरअसल, इन दिनों गुजरात पोस्टल डिपार्टमेंट में स्टाफ की कमी की वजह से अहमदाबाद और आसपास के इलाके में समय पर डाक पहुंचाने की समस्या खड़ी हो गई है।

आमतौर पर एक पोस्टमैन एक दिन में 250 डिलिवरी करता है। लेकिन अहमदाबाद के कुछ पोस्ट ऑफिसों में इन दिनों एक डाकिये को 16-16 घंटे काम करते हुए एक दिन में 1000 डिलिवरी तक करनी पड़ रही है। खासतौर पर शहर के सायेंस सिटी इलाके में समस्या गंभीर है जहां डाक की डिलिवरी आधी रात को हो रही है।

चीफ पोस्ट मास्टर जनरल सीताराम मीना कहते हैं, फिलहाल हमारे यहां 30 से 40 फीसदी स्टाफ की कमी है। यह कमी ग्रामीण नहीं बल्कि शहरी इलाकों में ज्यादा है खासतौर पर अहमदाबाद और सूरत में। इन दोनों शहरों की जनसंख्या लगातार बढ़ रही है लेकिन हमारे स्टाफ की संख्या इन शहरों की जरुरतों को पूरा नहीं कर पा रही है।'

गुजरात पोस्टल स्टाफ सेक्रटरी आर डी पुरोहित कहते हैं, 'हमने विभागीय परीक्षा का भी आयोजन किया है ताकि और स्टाफ की नियुक्ति की जा सके। हालांकि कुछ कैंडिडेट परीक्षा में नकल करने लगे जिस वजह से उस परीक्षा को रद्द करना पड़ा। अब अगले महीने दोबारा परीक्षाएं होंगी। डिलिवरी में हो रही देरी को कम करने के लिए हम लोकल कुरियर कंपनी की भी सेवाएं ले रहे हैं।'

पुरोहित आगे बताते हैं, 'हमारे पोस्टल डिपार्टमेंट के कर्मचारी एक दिन में 16 घंटे काम कर रहे हैं, कई बार तो छुट्टी के दिन भी उन्हें काम करना पड़ता है। हमारे 3 डाकियों की ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक से मौत हो चुकी है। हमने सेंट्रल लेबर कमिशन को इस बारे में सूचना दे दी है कि किस तरह हमें स्टाफ की भयंकर कमी झेलनी पड़ रही है।'

इस खबर को अंग्रेजी में भी पढ़ें: If your doorbell rings at midnight, it could be postman

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