अहमदाबाद
शौचालय के लिए जागरूकता फैलाने के मकसद से गुजरात के नर्मदा जिले के सरकारी स्कूलों ने अनूठा कदम उठाया है। अब इन स्कूलों में हाजिरी के दौरान छात्र 'प्रेजेंट सर' या 'यस सर' नहीं कहेंगे बल्कि इसके बदले वे यह कहकर अपनी हाजिरी दर्ज करवाएंगे कि उनके घर में शौचालय है या नहीं।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, छात्रों को हाजिरी के लिए तीन विकल्प दिए जाएंगे जिनमें से उन्हें एक का चयन करना होगा और यह उनके घर में शौचालय की स्थिति से जुड़ा होगा। ये विकल्प हैं: शौचालय छे (शौचालय है), शौचालय नाथी (शौचालय नहीं है) और शौचालय बने छे (शौचालय बन रहा है)।
अधिकारियों ने बताया कि प्रशासन के इस कदम का मकसद छात्रों और उनके परिवारवालों को स्वच्छता की अहमियत से अवगत कराना है और ऐसा खुले में शौच करने के खिलाफ चलाए जा रहे ड्राइव के तहत किया जा रहा है। अधिकारियों के मुताबिक, करीब महीने भर चलने वाले इस अभियान के जरिए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत जिले के हर घर में शौचालय हो।
शौचालय के लिए जागरूकता फैलाने के मकसद से गुजरात के नर्मदा जिले के सरकारी स्कूलों ने अनूठा कदम उठाया है। अब इन स्कूलों में हाजिरी के दौरान छात्र 'प्रेजेंट सर' या 'यस सर' नहीं कहेंगे बल्कि इसके बदले वे यह कहकर अपनी हाजिरी दर्ज करवाएंगे कि उनके घर में शौचालय है या नहीं।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, छात्रों को हाजिरी के लिए तीन विकल्प दिए जाएंगे जिनमें से उन्हें एक का चयन करना होगा और यह उनके घर में शौचालय की स्थिति से जुड़ा होगा। ये विकल्प हैं: शौचालय छे (शौचालय है), शौचालय नाथी (शौचालय नहीं है) और शौचालय बने छे (शौचालय बन रहा है)।
अधिकारियों ने बताया कि प्रशासन के इस कदम का मकसद छात्रों और उनके परिवारवालों को स्वच्छता की अहमियत से अवगत कराना है और ऐसा खुले में शौच करने के खिलाफ चलाए जा रहे ड्राइव के तहत किया जा रहा है। अधिकारियों के मुताबिक, करीब महीने भर चलने वाले इस अभियान के जरिए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत जिले के हर घर में शौचालय हो।