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चार पाढ़ियों तक राज करने वाले आज जमानत पर, चाहे कितनी कोशिश कर लें जेल जाना ही होगा: PM मोदी

गुजरात में पीएम मोदी ने बुधवार को न्यू इंडिया यूथ कॉन्क्लेव में लोगों को संबोधित किया। इस कार्यक्रम के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर स्वच्छता अभियान तक तमाम मुद्दों पर बात की। इसके अलावा पीएम मोदी ने यहां सवालों के जवाब देते हुए कई बार कांग्रेस की सरकार पर निशाना भी साधा।

नवभारतटाइम्स.कॉम 30 Jan 2019, 9:24 pm

हाइलाइट्स

  • गुजरात में न्यू इंडिया यूथ कॉन्क्लेव में पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी
  • सूरत में संबोधन के दौरान कांग्रेस की सरकारों पर साधा निशाना
  • 26/11 के हमले को लेकर की कांग्रेस सरकार की घेराबंदी
  • सरकार बदलने के बाद बदली देश की मानसिकता: PM
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सूरत
लोकसभा चुनाव से पहले युवाओं को साधने की दिशा में पीएम नरेंद्र मोदी बुधवार को गुजरात के सूरत जिले में न्यू इंडिया यूथ कॉन्क्लेव को संबोधित किया। सूरत के इनडोर स्टेडियम में 18 हजार से अधिक युवाओं को संबोधित करते हुए पीएम ने यहां तमाम लोगों के सवालों का जवाब दिया। इस कार्यक्रम के दौरान सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पहले की सरकार में 26/11 का हमला हुआ था, उस वक्त श्रद्धांजलि देकर बात खत्म हो जाती थी। हमारी सरकार में उरी का अटैक हुआ और फिर क्या हुआ वह सारे देश ने देखा। गांधी परिवार और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जिन लोगों ने चार-चार पीढ़ियों तक देश पर राज किया, आज वह लोग जमानत पर हैं और उन्हें जेल जाना ही होगा।
पीएम ने कहा, 'जिनका नाम लेते देश कांपता था और जिनकी ताकत ऐसी थी कि उन्होंने देश को 18 महीने तक जेलखाना बना दिया था। किसी ने नहीं सोचा था कि ऐसे ताकतवर लोगों को एक चाय वाला चुनौती देगा। आपको पता है कि कि यह लोग जमानत पर हैं और उनके दरबारी लोग भी कोर्ट के चक्कर काट रहे हैं। मुझे विश्वास है कि एक दिन इन लोगों को जेल जाना ही पड़ेगा।'

वहीं भाषण की शुरुआत में पीएम ने कहा, 'कुछ लोगों का काम सिर्फ रोना होता है। मेरा ना रोने में विश्वास है और ना रुलाने में विश्वास है, मैं सबको आगे ले जाने में विश्वास करता हूं। हमें गर्व होना चाहिए कि देश में ऐसी सरकार बनी है जिसने सवा सौ करोड़ लोगों के सपनों को जगा दिया है। लोगों को लगता है कि मोदी जी अगर यह सब कर सकते हैं तो कोई मुश्किल काम भी कर ही लेंगे। यह आशा और यह सपने हिंदुस्तान को बहुत आगे ले जाने की काबिलियत रखते हैं।

महागठबंधन और बड़े फैसलों के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि अगर मैं बड़े घराने से आया होता तो मुझे डर रहता कि अगर मैं बड़े परिवार से आया होता तो डर रहता कि अगर कल खुलासा होगा तो मेरा क्या होगा। मैंने 13-14 साल आपके बीच काम किया है, लेकिन विरोधियों ने कभी उंगली नहीं उठाई। वही ताकत थी, जिसके कारण कभी डर नहीं लगा। हमारा सबसे बड़ा काम है कि हमने निराशा से भरे हिंदुस्तान को आशा की उम्मीद से भरा है। यह आशा अब देश को आगे ले जाएगी। लोगों ने स्वच्छता जैसे प्रयास को अपना बनाया है।

संबोधन में पूर्ववर्ती सरकारों पर सवाल उठाते हुए पीएम ने कहा कि पहले देश में दो शब्द प्रचलित थे। पहले कोई काम होता था तो लोग पूछते थे मेरा क्या, अगर इसके जवाब में कोई कहता कि मैं तुम्हें कुछ नहीं दे सकता तो लोग कहते कि मुझे क्या। हमनें इन दोनों शब्दों के खिलाफ लड़ाई लड़ी और उस लड़ाई का नाम 'सबका साथ-सबका विकास' है।

पढ़ें: बापू के प्रयासों को छोटा समझकर विरोध करने वालों की मानसिकता आज भी मौजूद: PM

'देश में लोगों की मानसिकता बदली है'
पीएम से पहला सवाल पूछने वाले फैनल परीक ने प्रधानमंत्री से कहा कि देश की मानसिकता में बदलाव कैसे हुआ। पीएम मोदी ने इस सवाल के जवाब में कहा कि मैं आपका धन्यवाद करता हूं कि आपने बदलाव महसूस किया। पीएम ने कहा कि मेरे आने के पहले वाले 10 साल में जब रिमोट वाली सरकार चलती थी, उस समय के हालात यह थे कि हर किसी ने यह मान लिया था कि कुछ होने वाला नहीं है। लोगों में यह मानसिकता बन गई थी कि कुछ बदल नहीं सकता। हमनें वह मानसिकता बदली है कि सब बदल सकता है।

पहले सुर्खियों में घोटाले की बात होती थी: PM
पहले अखबारों की सुर्खियों में घोटाले की बात होती थी, साढ़े चार साल में खबरें बदल गईं। पीएम ने कहा कि 26/11 के हमले के बाद फूल चढ़ाए गए और श्रद्धांजलि दी गई। हमारी सरकार के दौरान उरी का हमला हुआ था और उसके बाद क्या हुआ? पीएम के सवाल पर जनता ने चिल्लाते 'सर्जिकल स्ट्राइक' का नाम लिया। पीएम ने कहा कि जवान के खून की एक-एक बूंद हमारे लिए पवित्र होती है और उसी खून की आग जो जवान के दिल में थी वही इस पीएम के दिल में भी थी। इसी आग के परिणाम से सर्जिकल स्ट्राइक हुई।

'कंपनी को ताला लगता तो अनशन होते थे'
पीएम ने कहा कि पहले किसी एक कंपनी को ताला लग जाए तो अनशन शुरू हो जाते थे। लेकिन काले धन से लड़ाई के दौरान सरकार ने तीन लाख कंपनी बंद की और किसी की आवाज नहीं आई क्योंकि हर जगह कुछ गलत जरूर था। पहले कोई इसकी कल्पना नहीं कर सकता था कि हिंदुस्तान में सुबह टीवी खोलते समाचार आएंगे कि इतने आतंकी मार गिराए। यह बात जरूर है कि ऑपरेशन में शहादत हुई है, लेकिन हमारे जवान सीना तान कर आतंक से लड़ते हुए जान दे रहे हैं। पहले जहां देश में आतंकी घटनाओं के समाचार आते थे, आज आतंक की सीमा कश्मीर तक सिमट गई थी।

'देशवासियों ने तय किया कि बदलाव करना है'
प्रधानमंत्री ने भाषण में कहा कि देश बदल रहा है उसका मूल कारण है कि सवा सौ देशवासियों ने तय किया है कि बदलाव करके रहना है। हमारा स्वभाव है कि अगर हम ट्रेन, बस या जहाज में यात्रा कर रहे हैं और बगल वाली सीट खाली हो तो हम उस पर अपना सामान रख देते हैं। अगर इस सफर में कोई आदमी जिसकी वो सीट हो वह आ जाए तो सामान हटाने के कारण हम उसे बोझ सा समझते हैं। लेकिन ऐसी भावना वाले देश में एक बार देश के पीएम ने लालकिले से कहा कि सब्सिडी छोड़ दो और सवा करोड़ लोगों ने सब्सिडी छोड़ दी। देश में रेलवे किराए में वृद्धजनों को सब्सिडी मिलती थी, मैंने अधिकारियों से कहा कि फॉर्म में लिख दिया जाए कि अगर कोई चाहे तो वह सब्सिडी छोड़ सकता है। इसके लिए कोई भाषण नहीं हुआ लेकिन 40-45 लाख लोगों ने सब्सिडी छोड़ दी। पहले मान्यता थी कि सब सरकार करेगी, हमनें आकर देश को सवा सौ करोड़ देशवासियों के लिए छोड़ा है और वही देश को आगे ले जा रहे हैं।

'कहीं से तो करनी ही थी शुरुआत'
हमारे देश की समस्याओं की जड़ में भ्रष्टाचार घुस गया है। लेकिन कहीं से तो शुरुआत करनी ही थी। मैं भी यह सोचकर छोड़ सकता था कि यह बदलाव कैसे होगा और हम कैसे करेंगे। लेकिन मैंने ऊपर से सफाई शुरू की, क्योंकि अगर ऊपर सफाई हो जाएगी तो नीचे भी सब ठीक हो जाएगा। बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी सूरत के जिस न्यू इंडिया यूथ कॉन्क्लेव में हिस्सा लेने पहुंचे हैं, उसमें गुजरात के 18 हजार से अधिक लोगों ने शिरकत की है। इन सभी लोगों ने बीते दिनों एक ऑनलाइन पोर्टल से पंजीकरण कराया था और महज 45 घंटे में रजिस्ट्रेशनों की संख्या 20 हजार के पार पहुंच गई थी।

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