मनाली
देश में 15,050 फीट की ऊंचाई पर स्थित देश के सबसे ऊंचे गांव कोमिक में सौ फीसदी कोविड-19 टीकाकरण हो चुका है। अधिकारियों के अनुसार, 60+ और 45+ आयु वर्ग को कोविशील्ड की दोनों खुराकें दी जा चुकी हैं। वहीं गांव के 18 से 44 आयु वर्ग के सभी लोगों को भी कोविड की पहली खुराक मिल गई है। 2011 की जनगणना में 130 की आबादी वाले गांव में केवल बच्चों का टीकाकरण किया जाना बाकी है। 18-44 आयु वर्ग के ग्रामीणों को दूसरी खुराक लेने के लिए 6-8 सप्ताह और इंतजार करना होगा।
लंगजा पंचायत में आते हैं गांव
कोमिक हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति जिले की लंगजा पंचायत का सबसे ऊंचा गांव है। हालांकि, कोमिक और यहां का किब्बर दोनों ही गांव सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़े हैं।
साल में 6 महीने बर्फ से ढकी रहती है घाटी
स्पीति घाटी के मुख्यालय काजा में 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को भी टीका लगाया गया है, जबकि 60+ श्रेणी के लाभार्थियों को दोनों खुराक दी जा चुकी हैं। स्पीति घाटी साल में 6 महीने बर्फ से ढकी रहती है, जब तापमान शून्य से 20 डिग्री सेल्सियस नीचे चला जाता है।
लॉटरी से स्लॉट हुए बुक
इसकी 13 पंचायतों में से दस में इंटरनेट कनेक्टिविटी नहीं है। इसलिए लॉटरी के जरिए टीकाकरण के स्लॉट बुक किए जा रहे हैं। सोमवार को, 18-44 आयु वर्ग के 77 लोगों ने अपना पहला शॉट लगवाया।
देश में 15,050 फीट की ऊंचाई पर स्थित देश के सबसे ऊंचे गांव कोमिक में सौ फीसदी कोविड-19 टीकाकरण हो चुका है। अधिकारियों के अनुसार, 60+ और 45+ आयु वर्ग को कोविशील्ड की दोनों खुराकें दी जा चुकी हैं। वहीं गांव के 18 से 44 आयु वर्ग के सभी लोगों को भी कोविड की पहली खुराक मिल गई है।
लंगजा पंचायत में आते हैं गांव
कोमिक हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति जिले की लंगजा पंचायत का सबसे ऊंचा गांव है। हालांकि, कोमिक और यहां का किब्बर दोनों ही गांव सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़े हैं।
साल में 6 महीने बर्फ से ढकी रहती है घाटी
स्पीति घाटी के मुख्यालय काजा में 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को भी टीका लगाया गया है, जबकि 60+ श्रेणी के लाभार्थियों को दोनों खुराक दी जा चुकी हैं। स्पीति घाटी साल में 6 महीने बर्फ से ढकी रहती है, जब तापमान शून्य से 20 डिग्री सेल्सियस नीचे चला जाता है।
लॉटरी से स्लॉट हुए बुक
इसकी 13 पंचायतों में से दस में इंटरनेट कनेक्टिविटी नहीं है। इसलिए लॉटरी के जरिए टीकाकरण के स्लॉट बुक किए जा रहे हैं। सोमवार को, 18-44 आयु वर्ग के 77 लोगों ने अपना पहला शॉट लगवाया।