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ऐसे चौराहे पर खड़ा है जम्मू-कश्मीर, जहां लोगों के पास कोई अधिकार नहीं... महबूबा मुफ्ती ने BJP पर साधा न‍िशाना

Jammu Kashmir Latest News: जम्‍मू कश्‍मीर की पूर्व मुख्‍यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को बीजेपी पर हमला बोला। जम्‍मू दौरे के दूसरे द‍िन महबूबा ने कहा क‍ि केंद्र शासित प्रदेश आज ऐसे चौराहे पर खड़ा है जहां पर लोगों के पास न तो कोई अधिकार है और न ही उनकी शिकायतों को उठाने के लिए कोई मंच।

Edited byसुजीत उपाध्याय | भाषा 12 Sep 2022, 7:54 pm
जम्मू: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने जम्मू-कश्मीर में कथित तौर पर जन असंतोष को लेकर उप राज्यपाल प्रशासन पर न‍िशाना साधा। महबूबा ने सोमवार को कहा कि केंद्र शासित प्रदेश आज ऐसे चौराहे पर खड़ा है जहां पर लोगों के पास कोई अधिकार नहीं है। न ही उनकी शिकायतों को उठाने के लिए कोई मंच ही है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि वह राजनीतिक मकसद के ल‍िए कश्मीरी पंडितों की पीड़ा और उनकी परेशानी को हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रही है।

महबूबा ने जम्मू क्षेत्र के दूसरे दिन के दौरे के दौरान अलग-अलग प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात की। इस दौरान उन्‍होंने कहा क‍ि लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है जबकि उप राज्यपाल का प्रशासन अपनी फर्जी उपलब्धियों को द‍िखाने में व्यस्त है ताकि बीजेपी ने जो जम्मू-कश्मीर के साथ किया है उसे उचित ठहराया जा सके। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि लालफीताशाही, जड़ता और जन आक्रोश के कारण प्रशासन ने आम लोगों की मुश्किलों को बढ़ा दिया।


महबूबा मुफ्ती ने कहा क‍ि इसका नतीजा है कि जम्मू-कश्मीर आज ऐसे चौराहे पर खड़ा है जहां पर नागरिकों को न तो अधिकार है और न ही अपनी शिकायतों को उठाने का कोई मंच। कश्मीरी प्रवासी कर्मचारियों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान महबूबा ने कहा कि बीजेपी और उसके प्रशासन ने राजनीतिक मकसद के लिए समुदाय(कश्मीरी पंडित) के दर्द और परेशानियों को हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया है और उनके मुद्दों और शिकायतों की अनदेखी की।


महबूबा ने कहा क‍ि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पलायन के बाद बीते कुछ सालों में समुदाय ने अपना सबसे बुरा समय उस शासन के तहत देखा, जिसने अपने स्वयं के सांप्रदायिक एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए उनकी पीड़ाओं का अपराधीकरण और परेशानियों का राजनीतिकरण किया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन अब भी कश्मीरी प्रवासी समुदाय में सुरक्षा का भाव पैदा करने में बुरी तरह से विफल रहा है।
लेखक के बारे में
सुजीत उपाध्याय
सुजीत उपाध्याय ने एचएनबी गढ़वाल यूनिवर्सिटी श्रीनगर, उत्तराखंड से एमए इन मास कम्युनिकेशन की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद ह‍िन्‍दुस्‍तान और दैन‍िक जागरण मेंं बतौर र‍िपोर्टर काम क‍िया। ज़ी मीड‍िया से ड‍िज‍िटल में शुरुआत। इंड‍िया डॉट कॉम ह‍िंंदी में दो साल काम करने के बाद नवभारत टाइम्‍स ऑनलाइन से जुड़े।... और पढ़ें

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