श्रीनगर
जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के हिमस्खलन संभावित जिलों में मध्यम खतरे वाले हिमस्खलन की चेतावनी शनिवार जारी की गयी। चंडीगढ़ स्थित बर्फ एवं हिमस्खलन अध्ययन केंद्र (एसएएसई) ने शाम पांच बजे से अगले 24 घंटे तक मध्यम खतरे के हिमस्खलन की चेतावनी जारी की।
परामर्श के अनुसार जम्मू कश्मीर के भूस्खलन संभावित बारामूला, कुपवाडा, बांदीपुरा, किश्तवाड, रजौरी, डोडा, पुंछ और रियासी जिलों में ऐसा खतरा है। इसी अवधि के लिए हिमाचल प्रदेश के हिमस्खलन संभावित चांबा, किन्नौर, लाहौल स्पीति जिलों के लिए भी इस खतरे का अंदेशा है। एसएएसई ने कहा, 'लोगों को चेतावनी अवधि के दौरान भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में नहीं जाने की सलाह दी गयी है।'
उसने कहा कि जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में कई स्थानों पर कल से भारी बर्फबारी हुई है। बनिहाल शिखर पर 26, गुलमर्ग में 82 और द्रास में 8 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई। उधर, हिमाचल प्रदेश में धुंडी में 97, बहांग में 44 और सोलांग नाला में 61 सेंटीमीटर बर्फपात हुआ।
जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के हिमस्खलन संभावित जिलों में मध्यम खतरे वाले हिमस्खलन की चेतावनी शनिवार जारी की गयी। चंडीगढ़ स्थित बर्फ एवं हिमस्खलन अध्ययन केंद्र (एसएएसई) ने शाम पांच बजे से अगले 24 घंटे तक मध्यम खतरे के हिमस्खलन की चेतावनी जारी की।
परामर्श के अनुसार जम्मू कश्मीर के भूस्खलन संभावित बारामूला, कुपवाडा, बांदीपुरा, किश्तवाड, रजौरी, डोडा, पुंछ और रियासी जिलों में ऐसा खतरा है। इसी अवधि के लिए हिमाचल प्रदेश के हिमस्खलन संभावित चांबा, किन्नौर, लाहौल स्पीति जिलों के लिए भी इस खतरे का अंदेशा है। एसएएसई ने कहा, 'लोगों को चेतावनी अवधि के दौरान भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में नहीं जाने की सलाह दी गयी है।'
उसने कहा कि जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में कई स्थानों पर कल से भारी बर्फबारी हुई है। बनिहाल शिखर पर 26, गुलमर्ग में 82 और द्रास में 8 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई। उधर, हिमाचल प्रदेश में धुंडी में 97, बहांग में 44 और सोलांग नाला में 61 सेंटीमीटर बर्फपात हुआ।