श्रीनगर/नई दिल्ली
जम्मू और कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) से लगी भारतीय सेना की चौकियों पर पाकिस्तानी सेना ने संघर्ष विराम का उल्लंघन कर गोलाबारी की। इस दौरान पाक ने तोपों, मोर्टार का इस्तेमाल किया। भारतीय सेना ने भी पाकिस्तानी हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया। हालांकि इस कार्रवाई में सेना के तीन जवान शहीद हो गए। जानकारी के मुताबिक, पिछले आठ महीनों में पाकिस्तान की ओर से 3,000 से अधिक बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया गया है, जो कि 17 सालों में सबसे अधिक है। रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि कल रात (बुधवार रात) पाकिस्तान ने संघर्ष विराम का उल्लंघन मनकोट और कृष्णाघाटी सेक्टरों में अकारण गोलीबारी की। भारतीय सेना ने कहा कि गुरुवार दोपहर में पाकिस्तान ने कुपवाड़ा जिले में एलओसी से लगे केरन सेक्टर और माछिल सेक्टर के पास तोपों, मोर्टार और अन्य हथियारों से गोलीबारी की।
नौगाम सेक्टर में दो सैनिक शहीद
गुरुवार तड़के उत्तरी कश्मीर में कुपवाड़ा जिले के नौगाम सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में दो सैनिक शहीद हो गए। जबकि पुंछ में रात भर चली गोलीबारी में तीसरा सैनिक शहीद हुआ। रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि गोलाबारी के दौरान घायल सैनिकों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
आर्टिलरी गन के प्रयोग से तनाव में बढ़ोत्तरी
जानकारी के मुताबिक, आर्टिलरी गन (तोप के समान एक बंदूक) के प्रयोग से नियंत्रण रेखा पर तनाव में तेजी से वृद्धि हुई है। पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान पुंछ के गांवों को निशाना बना रहा है।
सितंबर के पहले सप्ताह में शहीद हुए थे दो जवान
अधिकारियों ने कहा कि 5 सितंबर को राजौरी जिले के सुंदरबनी सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में एक सैनिक शहीद हो गया था, जबकि एक अधिकारी सहित दो अन्य घायल हो गए थे। वहीं 2 सितंबर को राजौरी के केरी सेक्टर में पाकिस्तानी सेना ने एक और संघर्ष विराम उल्लंघन में एक जेसीओ (जूनियर कमीशंड ऑफिसर) को शहीद कर दिया था।
पाक ने किया 3,000 से अधिक बार युद्धविराम का उल्लंघन
जानकारी के मुताबिक, पिछले आठ महीनों में पाकिस्तान की ओर से 3,000 से अधिक बार युद्धविराम उल्लंघन किया गया है, जो कि 17 सालों में सबसे अधिक है। सितंबर में पाकिस्तान की ओर से 47 बार युद्ध विराम का उल्लंघन किया गया। दोनों पक्षों के बीच युद्ध विराम को लेकर 2003 में सहमति व्यक्त की गई थी। भारत का कहना है कि पाकिस्तानी सेना अक्सर जम्मू और कश्मीर में आतंकवादियों की मदद के लिए गोलाबारी करती है। इससे तनाव में बढ़ोत्तरी होती है।
जम्मू और कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) से लगी भारतीय सेना की चौकियों पर पाकिस्तानी सेना ने संघर्ष विराम का उल्लंघन कर गोलाबारी की। इस दौरान पाक ने तोपों, मोर्टार का इस्तेमाल किया। भारतीय सेना ने भी पाकिस्तानी हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया। हालांकि इस कार्रवाई में सेना के तीन जवान शहीद हो गए। जानकारी के मुताबिक, पिछले आठ महीनों में पाकिस्तान की ओर से 3,000 से अधिक बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया गया है, जो कि 17 सालों में सबसे अधिक है।
नौगाम सेक्टर में दो सैनिक शहीद
गुरुवार तड़के उत्तरी कश्मीर में कुपवाड़ा जिले के नौगाम सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में दो सैनिक शहीद हो गए। जबकि पुंछ में रात भर चली गोलीबारी में तीसरा सैनिक शहीद हुआ। रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि गोलाबारी के दौरान घायल सैनिकों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
आर्टिलरी गन के प्रयोग से तनाव में बढ़ोत्तरी
जानकारी के मुताबिक, आर्टिलरी गन (तोप के समान एक बंदूक) के प्रयोग से नियंत्रण रेखा पर तनाव में तेजी से वृद्धि हुई है। पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान पुंछ के गांवों को निशाना बना रहा है।
सितंबर के पहले सप्ताह में शहीद हुए थे दो जवान
अधिकारियों ने कहा कि 5 सितंबर को राजौरी जिले के सुंदरबनी सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में एक सैनिक शहीद हो गया था, जबकि एक अधिकारी सहित दो अन्य घायल हो गए थे। वहीं 2 सितंबर को राजौरी के केरी सेक्टर में पाकिस्तानी सेना ने एक और संघर्ष विराम उल्लंघन में एक जेसीओ (जूनियर कमीशंड ऑफिसर) को शहीद कर दिया था।
पाक ने किया 3,000 से अधिक बार युद्धविराम का उल्लंघन
जानकारी के मुताबिक, पिछले आठ महीनों में पाकिस्तान की ओर से 3,000 से अधिक बार युद्धविराम उल्लंघन किया गया है, जो कि 17 सालों में सबसे अधिक है। सितंबर में पाकिस्तान की ओर से 47 बार युद्ध विराम का उल्लंघन किया गया। दोनों पक्षों के बीच युद्ध विराम को लेकर 2003 में सहमति व्यक्त की गई थी। भारत का कहना है कि पाकिस्तानी सेना अक्सर जम्मू और कश्मीर में आतंकवादियों की मदद के लिए गोलाबारी करती है। इससे तनाव में बढ़ोत्तरी होती है।