गोविंद चौहान, श्रीनगर
कश्मीर धारा 370 हटने के बाद बदल गया है। जिस कश्मीर में राष्ट्रीध्वज फहराने को लेकर बवाल हो जाता था। आज उसी कश्मीर में अलग अलग जगहों पर राष्टध्वज फहराते हुए देखा जा रहा है। आजादी का अमृत महोत्सव अभियान के तहत कश्मीर के विश्वविघालय में भी तिरंगा फहराया गया। जिसे वीसी तलत अहमद की मौजूदगी में फहराया गया। इस मौके पर राष्ट्रगान भी गाया गया और वह तिरंगा हमेशा दूर से ही यहा पर लहराता हुआ दिखाई देगा। कश्मीर में ऐसा पहली बार हुआ है जब विश्वविघालय में तिरंगा फहराया गया है।
जानकारी के अनुसार स्वतंत्रता की 75वीं बर्षगांठ मनाने की तैयारियों के बीच कश्मीर में ऐसा किया गया। बर्षगांठ मनाने के लिए अमृत महोत्सव की शुरुआत हुई है। 75 सप्ताह तक पूरे देश में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। जिसमें बढ़ते भारत को लेकर कार्यक्रम होंगे। इस तरह के कार्यक्रम प्रदेश में भी किए जा रहे है। यहा एक तरफ उपराज्यपाल ने सांबा जिले के रहने वाले शहीद ब्रिगेडियर राजेन्द्र सिंह के जन्मस्थल पर कार्यक्रम किया। वही दूसरी तरफ कश्मीर में भी अमृत महोत्सव को लेकर कार्यक्रम किए जार रहे है। जिसमें विश्वविघालय कश्मीर में तिरंगा फहराया गया। ऐसा पहली बार देखने को मिला है। इसके अलावा डल झील में तिरंगा रैली निकाली की गई। जिसमें भारत माता की जय के नारे भी लगाए गए।
इन दोनों कार्यक्रमों से महसूस हो रहा है कि अब कश्मीर के लोग आतंकियों से नहीं डर रहे है। अलगावादियों का खौफ भी उनके दिलों से बाहर हो चुका है। इसलिए इस प्रकार के कार्यक्रमों में भाग ले रहे है। जिस कश्मीर में दिवारों पर भारत विरोधी नारे लिखे दिखाई देते थे। आज उसी कश्मीर में भारत के पक्ष में नारे होते है। जगह जगह तिरंगे को फहराया जा रहा है। जिसमें लोग भी शामिल हो रहे है। लोग इस प्रकार के कार्यक्रमों में शामिल होकर बता रहे है कि वह देश के साथ है। कश्मीर हमेशा से ही देश का अहम हिस्सा रहा है। लेकिन अलगावादियों तथा आतंकियों के कारण कश्मीर की जनता चुप रहती थी। अब जब प्रदेश से धारा 370 हटा दी गई है तो लोग खुलकर सामने आने लगे है।
कश्मीर धारा 370 हटने के बाद बदल गया है। जिस कश्मीर में राष्ट्रीध्वज फहराने को लेकर बवाल हो जाता था। आज उसी कश्मीर में अलग अलग जगहों पर राष्टध्वज फहराते हुए देखा जा रहा है। आजादी का अमृत महोत्सव अभियान के तहत कश्मीर के विश्वविघालय में भी तिरंगा फहराया गया। जिसे वीसी तलत अहमद की मौजूदगी में फहराया गया। इस मौके पर राष्ट्रगान भी गाया गया और वह तिरंगा हमेशा दूर से ही यहा पर लहराता हुआ दिखाई देगा। कश्मीर में ऐसा पहली बार हुआ है जब विश्वविघालय में तिरंगा फहराया गया है।
जानकारी के अनुसार स्वतंत्रता की 75वीं बर्षगांठ मनाने की तैयारियों के बीच कश्मीर में ऐसा किया गया। बर्षगांठ मनाने के लिए अमृत महोत्सव की शुरुआत हुई है। 75 सप्ताह तक पूरे देश में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। जिसमें बढ़ते भारत को लेकर कार्यक्रम होंगे। इस तरह के कार्यक्रम प्रदेश में भी किए जा रहे है। यहा एक तरफ उपराज्यपाल ने सांबा जिले के रहने वाले शहीद ब्रिगेडियर राजेन्द्र सिंह के जन्मस्थल पर कार्यक्रम किया। वही दूसरी तरफ कश्मीर में भी अमृत महोत्सव को लेकर कार्यक्रम किए जार रहे है। जिसमें विश्वविघालय कश्मीर में तिरंगा फहराया गया। ऐसा पहली बार देखने को मिला है। इसके अलावा डल झील में तिरंगा रैली निकाली की गई। जिसमें भारत माता की जय के नारे भी लगाए गए।
इन दोनों कार्यक्रमों से महसूस हो रहा है कि अब कश्मीर के लोग आतंकियों से नहीं डर रहे है। अलगावादियों का खौफ भी उनके दिलों से बाहर हो चुका है। इसलिए इस प्रकार के कार्यक्रमों में भाग ले रहे है। जिस कश्मीर में दिवारों पर भारत विरोधी नारे लिखे दिखाई देते थे। आज उसी कश्मीर में भारत के पक्ष में नारे होते है। जगह जगह तिरंगे को फहराया जा रहा है। जिसमें लोग भी शामिल हो रहे है। लोग इस प्रकार के कार्यक्रमों में शामिल होकर बता रहे है कि वह देश के साथ है। कश्मीर हमेशा से ही देश का अहम हिस्सा रहा है। लेकिन अलगावादियों तथा आतंकियों के कारण कश्मीर की जनता चुप रहती थी। अब जब प्रदेश से धारा 370 हटा दी गई है तो लोग खुलकर सामने आने लगे है।