रांची: झारखंड के नए राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने शनिवार को शपथ ली। राज भवन के बिरसा मंडप में सीपी राधाकृष्णन को राज्य के 11वें राज्यपाल के रूप में शपथ दिलाई गई। हाई कोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश अपरेश कुमार ने उन्हें शपथ दिलाई। नए राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और अन्य मंत्रियों ने बधाई दी। इस मौके पर सीपी राधाकृष्णन के परिवार के कई सदस्य भी मौजूद थे।
राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने शपथ ग्रहण के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि झारखंड के राज्यपाल के तौर पर शपथ ग्रहण करके बहुत खुशी हो रही है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल के तौर पर उनका पहला लक्ष्य झारखंड का विकास होगा। बिना विकास के गरीबी नहीं हटाई जा सकती है। ऐसे में सभी के सहयोग से राज्य में इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास और ग्रामीण क्षेत्रों में पानी उपलब्ध कराने की कोशिश होगी। राज भवन के बिरसा मंडप सभागार में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अलावा कई मंत्री भी मौजूद थे। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्र नाथ महतो, रांची की मेयर आशा लकड़ा, आजसू पार्टी सुप्रीमो सुदेश महतो भी मौजूद थे। शपथ ग्रहण समारोह में बीजेपी महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष वानती श्रीनिवासन समेत अन्य विभिन्न दलों के कई नेता, वरीय पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी और गणमान्य लोग उपस्थित थे।
15 नवंबर 2000 को राज्य गठन के बाद सबसे पहले राज्यपाल के रूप में प्रभात कुमार ने शपथ ली। प्रभात कुमार के बाद विनोद चंद्र पांडे झारखंड के दूसरे राज्य बने। एम. रामा जोइस झारखंड के तीसरे और वेद प्रकाश मारवाह ने चौथे राज्यपाल के रूप में काम किया। सैय्यद सिब्ते रजी ने 5वें राज्यपाल के रूप में शपथ ली। शंकर नारायणन को छठे राज्यपाल के रूप में जिम्मेदारी मिली। एचओएच फारूख राज्य के सातवें राज्यपाल बनें। जबकि डॉ. सैयद अहमद झारखंड के 8वें राज्यपाल बनें। द्रौपदी मुर्मू झारखंड की नौवीं राज्यपाल बनी। सबसे अधिक दिनों तक झारखंड में राज्यपाल के रूप में उनका ही कार्यकाल रहा। रमेश बैस राज्य के 10वें राज्यपाल बने। 18 फरवरी 2023 को सीपी राधाकृष्णन ने राज्य के 11वें राज्यपाल के रूप में शपथ ली।
सभी के सहयोग से झारखंड के विकास का लक्ष्य
राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने शपथ ग्रहण के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि झारखंड के राज्यपाल के तौर पर शपथ ग्रहण करके बहुत खुशी हो रही है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल के तौर पर उनका पहला लक्ष्य झारखंड का विकास होगा। बिना विकास के गरीबी नहीं हटाई जा सकती है। ऐसे में सभी के सहयोग से राज्य में इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास और ग्रामीण क्षेत्रों में पानी उपलब्ध कराने की कोशिश होगी। राज भवन के बिरसा मंडप सभागार में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अलावा कई मंत्री भी मौजूद थे। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्र नाथ महतो, रांची की मेयर आशा लकड़ा, आजसू पार्टी सुप्रीमो सुदेश महतो भी मौजूद थे। शपथ ग्रहण समारोह में बीजेपी महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष वानती श्रीनिवासन समेत अन्य विभिन्न दलों के कई नेता, वरीय पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी और गणमान्य लोग उपस्थित थे।
झारखंड में राज्यपाल के रूप में द्रौपदी मुर्मू का सबसे अधिक दिनों तक कार्यकाल रहा
15 नवंबर 2000 को राज्य गठन के बाद सबसे पहले राज्यपाल के रूप में प्रभात कुमार ने शपथ ली। प्रभात कुमार के बाद विनोद चंद्र पांडे झारखंड के दूसरे राज्य बने। एम. रामा जोइस झारखंड के तीसरे और वेद प्रकाश मारवाह ने चौथे राज्यपाल के रूप में काम किया। सैय्यद सिब्ते रजी ने 5वें राज्यपाल के रूप में शपथ ली। शंकर नारायणन को छठे राज्यपाल के रूप में जिम्मेदारी मिली। एचओएच फारूख राज्य के सातवें राज्यपाल बनें। जबकि डॉ. सैयद अहमद झारखंड के 8वें राज्यपाल बनें। द्रौपदी मुर्मू झारखंड की नौवीं राज्यपाल बनी। सबसे अधिक दिनों तक झारखंड में राज्यपाल के रूप में उनका ही कार्यकाल रहा। रमेश बैस राज्य के 10वें राज्यपाल बने। 18 फरवरी 2023 को सीपी राधाकृष्णन ने राज्य के 11वें राज्यपाल के रूप में शपथ ली।