रांची: झारखंड के करीब 15 विधायक इस बार लोकसभा चुनाव की रेस में हैं। इनमें से कम से कम सात का चुनाव मैदान में उतरना तय माना जा रहा है। तीन-चार तो ऐसे हैं, जो उम्मीदवारी घोषित होने के पहले ही प्रचार अभियान में उतर चुके हैं। भारतीय जनता पार्टी ने राज्य की 14 सीटों से 11 पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है, जबकि एक सीट सहयोगी दल आजसू के लिए छोड़ी है। इनमें से एक हजारीबाग लोकसभा सीट पर भाजपा ने विधायक मनीष जायसवाल को उम्मीदवार बनाया है। धनबाद और चतरा सीट से भाजपा उम्मीदवारों का ऐलान बाकी है। धनबाद सीट के लिए वहां के विधायक राज सिन्हा का नाम प्रमुख दावेदारों में है। इस सीट पर कांग्रेस की झरिया क्षेत्र की विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह के नाम की भी चर्चा चल रही है। सियासी हलकों में पुरजोर चर्चा है कि वह भाजपा का दामन थाम सकती हैं और तब उन्हें इस सीट से उम्मीदवार बनाया जा सकता है।
अबकी बार इन्हें सांसद बनना है!
इसी तरह चतरा सीट पर भाजपा की उम्मीदवारी के लिए जिन लोगों के नाम चर्चा में हैं, उनमें पांकी क्षेत्र के विधायक शशिभूषण प्रसाद मेहता भी हैं। इसके अलावा दुमका सीट पर झामुमो छोड़कर भाजपा में आईं सीता सोरेन की उम्मीदवारी की संभावना जताई जा रही है। हालांकि इस सीट पर पार्टी वर्तमान सांसद सुनील सोरेन की उम्मीदवारी घोषित कर चुकी है, लेकिन अब उनकी जगह सीता सोरेन को आगे लाया जा सकता है।
ये नेता भी उतरे लोकसभा की रेस में
'इंडिया' गठबंधन की ओर से मांडू क्षेत्र के विधायक और हाल में भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए जयप्रकाश भाई पटेल को हजारीबाग से उम्मीदवार बनाया जाना तय है। हजारीबाग सीट पर कांग्रेस टिकट के लिए बड़कागांव की विधायक अंबा प्रसाद भी दावेदारी कर रही थीं, लेकिन हाल में उनके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी के बाद अब उनकी उम्मीदवारी की संभावना क्षीण हो गई है। गिरिडीह लोकसभा सीट पर टुंडी क्षेत्र के झामुमो विधायक मथुरा महतो ने खुद को 'इंडिया' गठबधन का प्रत्याशी बताते हुए प्रचार शुरू कर दिया है। उनके नाम पर पार्टी में सहमति है। हालांकि अभी उनकी उम्मीदवारी आधिकारिक तौर घोषित नहीं हुई है। इसी तरह चतरा लोकसभा सीट पर झारखंड सरकार के मंत्री और राजद विधायक सत्यानंद भोक्ता भी खुद को उम्मीदवार बताते हुए प्रचार अभियान में उतर चुके हैं।