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IAS Pooja Singhal, सोशल पर बीजेपी सांसद का सियासी तूफान, जेएमएम ने पूछा- मजरा क्या है

जेएमएम ने कहा कि आश्चर्य की बात यह है कि किसका मैसेज किसको गया, जो मैसेज भेजा गया उसका टेक्सट क्या है वो भी सांसद को पता है, इसका मतलब यह है कि केंद्रीय एजेंसी कहीं न कहीं सांसद निशिकांत दुबे को ही रिपोर्ट कर रही है, जिस कारण उन्हें यह सब जानकारी पहले से हो रही है।

Edited byदेवेन्द्र कश्यप | Lipi 24 May 2022, 12:33 am
रांची : झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, जेएमएम विधायक और उनके छोटे भाई बसंत सोरेन तथा अन्य जेएमएम विधायक मिथिलेश ठाकुर को चुनाव आयोग की नोटिस तथा ईडी द्वारा आईएएस पूजा सिंघल की गिरफ्तारी और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे लगातार एक के बाद एक ट्वीट कर नई-नई जानकारियां दे रहे हैं। इसी क्रम में निशिकांत दुबे ने एक ट्वीट के माध्यम से कहा कि लगता है कि झारखंड में कुछ तूफान आने वाला है। इस पर पलटवार करते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय समिति के सदस्य सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि वर्ष 2019 में तूफान आया था, वह वर्ष 2024 तक रहेगा और 2024 में फिर से तूफान आएगा।
नवभारतटाइम्स.कॉम जेएमएम


सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी की ओर से आईएएस पूजा सिंघल और उनके सहयोगियों के खिलाफ दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एक बार भी आधिकारिक रूप से वक्तव्य नहीं किया गया है, लेकिन बीजेपी के गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे का लगातार ट्वीट पर ट्वीट आ रहा है और वे राज्य सरकार के खिलाफ भ्रम का माहौल बनाने में जुटे हैं।
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किस व्यवस्था के तहत ईडी की जगह सांसद जानकारी दे रहे हैं
सुप्रियो भट्टाचार्य ने रांची में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यह विडंबना है कि जांच एजेंसी क्या काम कर रही है या करने जा रही है, उससे पहले सांसद का ट्वीट आ जाता है, आखिर संविधान में कौन सी ऐसी व्यवस्था बनायी गयी है कि देश का एक सांसद केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई के बारे में जानकारी देते रहते हैं और जांच एजेंसी चुप है। इसका मतलब यह है कि कहीं न कहीं एक सुनियिजित तरीके से कहानी गढ़ी गयी है, ऐसा लगता है कि बीजेपी ने केंद्रीय एजेंसी व चुनाव आयोग को अपना मोहरा बना रखा है।

बीजेपी लोकतंत्र को समाप्त करने की कोशिश में
सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि सांसद को किसने बता दिया कि पहला और दूसरा विकेट गिर गया है। भाजपा राजनीतिक लड़ाई नहीं कर पा रही है तो सरकार को अस्थिर करने के लिये नये-नये हथकंडे अपना रही है। इस तरह की बातें कहीं न कहीं राज्य के संघीय ढांचे को तोड़ने का प्रयास हो रहा है। लोकतंत्र को समाप्त करने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि आश्चर्य की बात यह है कि किसका मैसेज किसको गया, जो मैसेज भेजा गया उसका टेक्सट क्या है वो भी सांसद को पता है, इसका मतलब यह है कि केंद्रीय एजेंसी कहीं न कहीं सांसद निशिकांत दुबे को ही रिपोर्ट कर रही है, जिस कारण उन्हें यह सब जानकारी पहले से हो रही है।
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कांग्रेस ने गोपनीय सूचनाएं सांसद को मिलने पर जांच की मांग की
इधर, प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आलोक कुमार दुबे ने कहा कि पूरे प्रकरण में बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे को जांच एजेंसी की गोपनीय सूचनाएं कैसे मिल जा रही है, यह जांच का विषय है। यह एक गंभीर मामला है और इसका निशिकांत दुबे को खुलासा करना चाहिए कि झारखंड में किस तरह का तूफान आने वाला है।
लेखक के बारे में
देवेन्द्र कश्यप
नवभारत टाइम्स डिजिटल में सीनियर डिजिटल कंटेंट प्रोड्यूसर। पत्रकारिता में महुआ टीवी, जी न्यूज, ईनाडु इंडिया, राजस्थान पत्रिका, ईटीवी भारत से होते हुए टाइम्स इंटरनेट तक का सफर। लगातार कुछ अलग और बेहतर करने के साथ सीखने की कोशिश। राजनीति, अपराध और पॉजिटिव खबरों में गहरी रुचि।... और पढ़ें

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