कोच्चि: अगर दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे (DDLJ) के राज और सिमरन रविवार को केरल में वेनाड एक्सप्रेस का इंतजार कर रहे होते तो शायद स्क्रिप्ट एंटी-क्लाइमैक्स तक पटरी से उतर जाती। 1995 की ब्लॉकबस्टर फिल्म का सी बहुत पॉपुलर हुआ था। स्टेशन पर सिमरन इंतजार कर रही होती है। राज हाथ बढ़ाकर सिमरन को ट्रेन में चढ़ाता है लेकिन रविवार को कोई राज और सिमरन केरल के अलप्पुझा में चेरियानाड स्टेशन स्टेशन पर इंतजार कर रहे होते तो यह सीन नहीं हो पाता। दरअसल रविवार को रूरल केरल में लोग वेनाड एक्सप्रेस का इंतजार कर रहे थे। ट्रेन स्टेशन पर आने के लिए अनाउंसमेंट हुआ। लोग सामान लेकर प्लैटफॉर्म पर खड़ थे लेकिन ट्रेन नॉन स्टॉप निकल गई। लोग ट्रेन पकड़ने के लिए दौड़े-भागे लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। ट्रेन लगभग एक किलोमीटर आगे निकल गई और बाद में लौटी। शोरानूर-बाउंड ट्रेन अलाप्पुझा के चेरियानाड स्टेशन पर रविवार को कुछ ऐसा सीन नजर आया। ट्रेन का इंतजार कर रहे यात्री परेशान थे। हालांकि ट्रेन बिना रुके एक किलोमीटर आगे चली गई। अधिकारियों में हड़कंप मच गया। आखिर ट्रेन वापस लौटी और फिर यात्रियों को लेकर रवाना हुई।
सूत्रों ने कहा कि ट्रेन के चेरियानाड लौटने के बाद उतरने वाले यात्री उतर गए और वहां से चढ़ने वाले यात्री चढ़ गए।
एक यात्री संघ ने कहा कि रविवार होने के कारण कुछ ही यात्री थे। ट्रेन को बिना रुके चलते देख यात्रियों में कुछ भ्रम था। लेकिन यह एक मामूली घटना थी। रेल अधिकारी ने कहा कि हालांकि यह चूक है और इस पर लोकोपायलट से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।
कोई सिग्नल नहीं था
सुबह करीब 7.45 बजे का समय था। 16302 वेनाड ट्रेन तिरुवनंतपुरम से मवेलीकारा और चेंगा के बीच बने एक डी-ग्रेड स्टेशन चेरियानाड के पास पहुंची। यह केवल एक हॉल्ट स्टेशन है। यहां पर कोई संकेत नहीं है क्योंकि सिग्नल केवल ब्लॉक (बड़े) स्टेशनों पर उपलब्ध होता है। माना जा रहा है कि लोकोपायलट से कोई त्रुटि हुई हो।वापस लौटी ट्रेन
रेल के एक अधिकारी ने कहा कि जब ट्रेन कुछ मीटर पार कर गई थी, तब उन्होंने इसे देखा। एक ट्रेन को अचानक झटके में नहीं रोका जा सकता है। जब तक उसे रोका जाता, ट्रेन लगभग एक किलोमीटर आगे बढ़ चुकी थी।लोकोपायलट से मांगा जाएगा स्पष्टीकरण
वेनाड एक्सप्रेस को स्टेशन पर लगभग 700 मीटर पीछे आई। शेड्यूल में करीब 8 मिनट की देरी हुई। हालांकि ड्राइवर्स ने इस देरी को आगे कवर किया और ट्रेन सही समय पर चली। रेलवे ने इस घटना पर माना कि यह कोई बड़ी बात नहीं है। कहा कि किसी को भी किसी तरह की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा।सूत्रों ने कहा कि ट्रेन के चेरियानाड लौटने के बाद उतरने वाले यात्री उतर गए और वहां से चढ़ने वाले यात्री चढ़ गए।
एक यात्री संघ ने कहा कि रविवार होने के कारण कुछ ही यात्री थे। ट्रेन को बिना रुके चलते देख यात्रियों में कुछ भ्रम था। लेकिन यह एक मामूली घटना थी। रेल अधिकारी ने कहा कि हालांकि यह चूक है और इस पर लोकोपायलट से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।