ऐपशहर

दिग्विजय का पीएम मोदी को सुझाव- NRC की जगह शिक्षित बेरोजगार भारतीय नागरिकों का रजिस्टर तैयार करें

दिग्विजय सिंह ने कहा कि एनआरसी के बजाय सरकार को शिक्षित बेरोजगार भारतीय नागरिकों का नैशनल रजिस्टर लाना चाहिए। उन्होंने आगे तंज कसते हुए कहा कि पीएम मोदी इसे नहीं मानेंगे क्योंकि इसमें विभाजन का अजेंडा नहीं है।

नवभारतटाइम्स.कॉम 27 Jan 2020, 9:20 am
भोपाल
नवभारतटाइम्स.कॉम दिग्विजय सिंह
दिग्विजय सिंह

नागरिकता संशोधन कानून (सीएए)-एनआरसी पर हो रही बहस के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुझाव दिया है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि एनआरसी के बजाय सरकार को शिक्षित बेरोजगार भारतीय नागरिकों का नैशनल रजिस्टर लाना चाहिए। उन्होंने आगे तंज कसते हुए कहा कि पीएम मोदी इसे नहीं मानेंगे क्योंकि इसमें विभाजन का अजेंडा नहीं है।

दिग्विजय सिंह ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लिखा, 'मेरा हमारे प्रधानमंत्री को बेहद सकारात्मक सुझाव है। एनआरसी की वजह से पूरे देश में सामाजिक अशांति फैली है, इसके बजाय उन्हें शिक्षित बेरोजगार भारतीय नागरिकों का नैशनल रजिस्टर तैयार करना चाहिए लेकिन वह इसे नहीं मानेंगे क्योंकि यह डिविजिव अजेंडा (विभाजन का अजेंडा) नहीं है। यह एकजुट करने का अजेंडा है।'


क्या है एनआरसी
बता दें कि कांग्रेस इन दिनों बेरोजगारी, आर्थिक मंदी, नागरिकता संशोधन कानून, एनपीआर और एनआरसी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साध रही है। एनआरसी नागरिकता रजिस्टर है जिसमें भारत के प्रत्येक नागरिक का नाम दर्ज है। एनआरसी का लक्ष्य अवैध प्रवासियों को भारतीय नागरिकों से अलग करना है।

असम को एनआरसी को लेकर बवाल
पिछले साल एनआरसी असम में लागू हुई थी जिसमें करीब 19 लोग बाहर कर दिए गए थे। इनमें से अधिकतर हिंदू थे। इसके बाद एनआरसी को लेकर असम बीजेपी ने ही एनआरसी का विरोध करना शुरू कर दिया था।

अगला लेख

Stateकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर
ट्रेंडिंग