भोपाल।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल और व्यावसायिक राजधानी इंदौर में कोरोना वायरस का संक्रमण एक बार फिर खतरनाक स्वरूप लेता जा रहा है। भोपाल में पिछले लगातार 8 दिन से रोजाना 300 से ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। इंदौर की हालत और भी भयावह हो रही है। इंदौर में गुरुवार को एक दिन में ही 556 नए मरीज मिले। भोपाल में बीते एक सप्ताह में ही 2620 नए संक्रमित मरीज मिलने से हड़कंप मचा हुआ है। राजधानी में गुरुवार को 313 नए मरीज मिले और अब तक 30 हजार से ज्यादा मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से 27808 मरीज ठीक हुए हैं और मरने वाले मरीजों का आंकड़ा 513 तक पहुंच गया है।
दूसरी तरफ, इंदौर में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 40522 हो चुकी है। इनमें से 35505 मरीज ठीक हो चुके हैं जबकि 749 मरीजों की मौत हुई है।
इस बीच एक अच्छी खबर भी है। भोपाल में आज से कोवैक्सीन के तीसरे चरण का क्लीनिकल ट्रायल शुरू हो गया है। ट्रायल पीपुल्स मेडिकल कॉलेज में होगा। इसके लिए वैक्सीन के 1000 डेज पीपुल्स कॉलेज को मिले हैं। गांधी मेडिकल कॉलेज में ट्रायल अगले हफ्ते से शुरू होगा। भोपाल के 2 से 3 हजार लोगों पर कोवैक्सीन का ट्रायल होगा, लेकिन किसी भी किसी भी हेल्थ वर्कर को वॉलंटियर नहीं बनाया जाएगा।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल और व्यावसायिक राजधानी इंदौर में कोरोना वायरस का संक्रमण एक बार फिर खतरनाक स्वरूप लेता जा रहा है। भोपाल में पिछले लगातार 8 दिन से रोजाना 300 से ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। इंदौर की हालत और भी भयावह हो रही है। इंदौर में गुरुवार को एक दिन में ही 556 नए मरीज मिले।
दूसरी तरफ, इंदौर में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 40522 हो चुकी है। इनमें से 35505 मरीज ठीक हो चुके हैं जबकि 749 मरीजों की मौत हुई है।
इस बीच एक अच्छी खबर भी है। भोपाल में आज से कोवैक्सीन के तीसरे चरण का क्लीनिकल ट्रायल शुरू हो गया है। ट्रायल पीपुल्स मेडिकल कॉलेज में होगा। इसके लिए वैक्सीन के 1000 डेज पीपुल्स कॉलेज को मिले हैं। गांधी मेडिकल कॉलेज में ट्रायल अगले हफ्ते से शुरू होगा। भोपाल के 2 से 3 हजार लोगों पर कोवैक्सीन का ट्रायल होगा, लेकिन किसी भी किसी भी हेल्थ वर्कर को वॉलंटियर नहीं बनाया जाएगा।