ग्वालियर
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हिंदू महासभा ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या में शामिल रहे दत्तात्रेय सदाशिव परचुरे की पुण्यतिथि मनाई। परचुरे की 37वीं पुण्यतिथि के अवसर पर हिंदू महासभा ने उसकी तस्वीर का अनावरण किया। इसके बाद पूजा-अर्चना कर आरती उतारी गई।
दत्तात्रेय सदाशिव परचुरे बापू के हत्यारे नाथूराम गोडसे और नारायण आप्टे का साथी था। परचुरे ने ही ग्वालियर में स्थित अपने घर में गोडसे और आप्टे को शरण दी थी। इन दोनों को महात्मा गांधी की हत्या के लिए पिस्टल भी उसी ने उपलब्ध कराई थी। इसी आरोप में परचुरे को आजीवन कारावास की सजा मिली थी।
कार्यक्रम में हिंदू महासभा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल थे। उन्होंने बापू के हत्यारों का महिमामंडन करते हुए उनके जयकारे लगाए। इस अवसर पर हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयवीर भारद्वाज ने महात्मा गांधी को देश के विभाजन और लाखों हिंदुओं के बेधर होने के लिए जिम्मेदार बताया।
हिंदू महासभा ने इस कार्यक्रम के बारे में पहले ही बता दिया था। एक दिन पहले ही संगठन के कार्यकर्ताओं ने प्रशासन को चुनौती दी थी कि वे बापू के हत्यारों की पुण्यतिथि मनाएंगे। इसके बावजूद प्रशासन ने इसे रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया।
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हिंदू महासभा ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या में शामिल रहे दत्तात्रेय सदाशिव परचुरे की पुण्यतिथि मनाई। परचुरे की 37वीं पुण्यतिथि के अवसर पर हिंदू महासभा ने उसकी तस्वीर का अनावरण किया। इसके बाद पूजा-अर्चना कर आरती उतारी गई।
दत्तात्रेय सदाशिव परचुरे बापू के हत्यारे नाथूराम गोडसे और नारायण आप्टे का साथी था। परचुरे ने ही ग्वालियर में स्थित अपने घर में गोडसे और आप्टे को शरण दी थी। इन दोनों को महात्मा गांधी की हत्या के लिए पिस्टल भी उसी ने उपलब्ध कराई थी। इसी आरोप में परचुरे को आजीवन कारावास की सजा मिली थी।
कार्यक्रम में हिंदू महासभा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल थे। उन्होंने बापू के हत्यारों का महिमामंडन करते हुए उनके जयकारे लगाए। इस अवसर पर हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयवीर भारद्वाज ने महात्मा गांधी को देश के विभाजन और लाखों हिंदुओं के बेधर होने के लिए जिम्मेदार बताया।
हिंदू महासभा ने इस कार्यक्रम के बारे में पहले ही बता दिया था। एक दिन पहले ही संगठन के कार्यकर्ताओं ने प्रशासन को चुनौती दी थी कि वे बापू के हत्यारों की पुण्यतिथि मनाएंगे। इसके बावजूद प्रशासन ने इसे रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया।