ग्वालियर
मध्य प्रदेश में होने वाले उपचुनाव में सचिन पायलट भी उतर गए हैं। राजस्थान के पूर्व डेप्युटी सीएम सचिन पायलट ने मंगलवार को अपने पुराने साथी बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ में कांग्रेस के लिए वोट मांगे। पायलट ने करैरा और पोहरी विधानसभा सीटों पर चुनाव प्रचार किया। इससे पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सचिन पायलट से ग्वालियर में मुलाकात की और कहा कि उपचुनाव में प्रचार के लिए मध्य प्रदेश आने पर उनका स्वागत है। ग्वालियर की पोहरी और करैरा विधानसभा सीटों पर चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए पायलट ने नए कृषि कानूनों पर केंद्र सरकार को आड़े हाथ लिया और कहा, ‘आज जब कोरोना काल में अर्थव्यवस्था चौपट हो रही है, ऐसे समय बिना किसी से पूछे, बिना किसी से सलाह लिए, एमएसपी को केंद्र सरकार ने समाप्त करने की ठान ली है। कृषि कानून में जो संशोधन उन्होंने किया है, वह किसानों पर घातक प्रहार है। मंडी बंद, बोरी मजदूरी बंद, आगे समर्थन मूल्य भी बंद हो जाएगा।’
बीजेपी के वादे पर पायलट का प्रहार
पायलट ने कहा, 'यह वही बीजेपी है जो कहती थी सत्ता में आने पर किसान की आय दोगुनी कर देंगे, हर व्यक्ति के खाते में 15 लाख रुपये आएंगे, लेकिन हुआ क्या, कुछ भी नहीं।'
'बीजेपी को उसके सहयोगी छोड़ रहे'
अकाली दल और शिवसेना के एनडीए से अलग होने पर पायलट ने कहा, 'बीजेपी को उसके सहयोगी दल छोड़कर जा रहे हैं। शिवसेना चली गई, अकाली दल भी चला गया। दमन की राजनीति वहां हो रही है, आक्रमण की राजनीति हो रही है, एकाध दल और रह गया है, वह भी साथ छोड़ देगा। दमन की यह नीति आज का युवा पसंद नहीं करता।'
पायलट से मिले सिंधिया
वहीं अपने पुराने साथी के ग्वालियर आने पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मध्य प्रदेश आने पर उनका स्वागत है। मार्च में ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए सिंधिया ने कहा, ‘मैं उनसे ग्वालियर में मिला और उनका स्वागत किया।' सिंधिया ने कहा कि मध्य प्रदेश में सबका स्वागत करने की परंपरा है, इसलिए उनका (पायलट) यहां स्वागत है। यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस के पक्ष में पायलट के प्रचार करने से उपचुनाव में क्या कोई फर्क पड़ेगा, सिंधिया ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को प्रचार करने का अधिकार है।
3 नवंबर को होंगे उपचुनाव
मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के तहत तीन नवंबर को मतदान होगा। मतों की गणना 10 नवंबर को होगी। राजस्थान में राजनीतिक संकट से पहले पायलट से मुलाकात के सवाल पर सिंधिया ने कहा कि वह कांग्रेस के आंतरिक मामलों पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं।
मध्य प्रदेश में होने वाले उपचुनाव में सचिन पायलट भी उतर गए हैं। राजस्थान के पूर्व डेप्युटी सीएम सचिन पायलट ने मंगलवार को अपने पुराने साथी बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ में कांग्रेस के लिए वोट मांगे। पायलट ने करैरा और पोहरी विधानसभा सीटों पर चुनाव प्रचार किया। इससे पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सचिन पायलट से ग्वालियर में मुलाकात की और कहा कि उपचुनाव में प्रचार के लिए मध्य प्रदेश आने पर उनका स्वागत है।
बीजेपी के वादे पर पायलट का प्रहार
पायलट ने कहा, 'यह वही बीजेपी है जो कहती थी सत्ता में आने पर किसान की आय दोगुनी कर देंगे, हर व्यक्ति के खाते में 15 लाख रुपये आएंगे, लेकिन हुआ क्या, कुछ भी नहीं।'
'बीजेपी को उसके सहयोगी छोड़ रहे'
अकाली दल और शिवसेना के एनडीए से अलग होने पर पायलट ने कहा, 'बीजेपी को उसके सहयोगी दल छोड़कर जा रहे हैं। शिवसेना चली गई, अकाली दल भी चला गया। दमन की राजनीति वहां हो रही है, आक्रमण की राजनीति हो रही है, एकाध दल और रह गया है, वह भी साथ छोड़ देगा। दमन की यह नीति आज का युवा पसंद नहीं करता।'
पायलट से मिले सिंधिया
वहीं अपने पुराने साथी के ग्वालियर आने पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मध्य प्रदेश आने पर उनका स्वागत है। मार्च में ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए सिंधिया ने कहा, ‘मैं उनसे ग्वालियर में मिला और उनका स्वागत किया।' सिंधिया ने कहा कि मध्य प्रदेश में सबका स्वागत करने की परंपरा है, इसलिए उनका (पायलट) यहां स्वागत है। यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस के पक्ष में पायलट के प्रचार करने से उपचुनाव में क्या कोई फर्क पड़ेगा, सिंधिया ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को प्रचार करने का अधिकार है।
3 नवंबर को होंगे उपचुनाव
मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के तहत तीन नवंबर को मतदान होगा। मतों की गणना 10 नवंबर को होगी। राजस्थान में राजनीतिक संकट से पहले पायलट से मुलाकात के सवाल पर सिंधिया ने कहा कि वह कांग्रेस के आंतरिक मामलों पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं।