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Jabalpur News: प्राइवेट हॉस्पिटल के डॉक्टर ने पहले माना, हाथ में सुई जैसा कुछ छूटा है, अब कह रहे- वो तो क्लॉट था

एमपी के जबलपुर में प्राइवेट हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने इलाज के दौरान मरीज के शरीर में वैन फ्लाम छोड़ दिया। फिर सर्जरी कर उसे निकाल दिया, लेकिन इसके लिए अलग से पैसे लिए। इतना ही नहीं, अपनी जिम्मेदारी से बचने के लिए डॉक्टर अब कह रहे हैं कि वो तो केलव ब्लड का क्लॉट था। परेशान मरीज ने इसकी शिकायत अधिकारियों से की है और मामला कोर्ट में ले जाने की तैयारी कर रहा है।

Lipi 30 Sep 2021, 1:14 pm
जबलपुर
नवभारतटाइम्स.कॉम jabalpur

मध्य प्रदेश में जबलपुर के एक प्राइवेट अस्पताल में डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। डॉक्टरों ने इलाज के दौरान मरीज के शरीर में वैन फ्लाम (जिसमें सुई लगी होती है) छोड़ दी। मरीज की शिकायत पर उन्होंने मान लिया कि हाथ के अंदर कुछ फंसा हुआ है। फिर सर्जरी करके उसे निकाल दिया, लेकिन इसके लिए मरीज से अलग से पैसे लिए और अब अपनी जिम्मेदारी से बचने के लिए कह रहे हैं कि हाथ में केवल ब्लड क्लॉट (खून का थक्का) था।

मामला जबलपुर के मार्बल सिटी अस्पताल का है। 2 सितंबर को आशीष विश्वकर्मा नाम का मरीज इलाज के लिए यहां आया था जब डॉक्टरों ने उसके हाथ के अंदर वैन फ्लाम छोड़ दिया। मरीज को जब हाथ में दर्द होने लगा तो उसने डॉक्टरों को बताया। डॉक्टरों ने भी इस बात को माना कि हाथ में कुछ निड्ल जैसी कुछ फॉरेन बॉडी फंसी हुई है।

डॉक्टरों ने मरीज को हाथ में लगाने वाला ट्यूब दिया और कहा कि यदि ब्लड का क्लॉट जमा हुआ है तो ट्यूब लगाने से ठीक हो जाएगा। मरीज ने ट्यूब भी लगाया लेकिन उसे आराम नहीं हुआ। इसके बाद उसने हाथ की सोनोग्राफी कराई। इससे पुष्टि हुई कि हाथ में वैन फ्लाम फंसा हुआ है। सोनोग्राफी की रिपोर्ट लेकर आशीष ने मार्बल सिटी अस्पताल के डॉ संजय नागराज के पास पहुंचे। डॉक्टर ने हाथ में वैन फ्लाम छूटने की बात मानी और कहा कि लाखों केस में एकाध इस तरह का मामला हो सकता है। डॉक्टर ने दूसरे दिन सर्जरी कर उसे बाहर निकालने की बात कही।

आशीष ने बताया कि अगले दिन डॉक्टरों ने उसके हाथ में फंसे वैन फ़्लाम निकाल दिया, लेकिन अब अस्पताल प्रबंधन इस बात से पल्ला झाड़ रहा है। अस्पताल ने इसके लिए मरीज से अलग से पैसे भी लिए। अस्पताल के डॉक्टर अब कह रहे हैं कि मरीज के हाथ में वैन फ़्लाम नहीं बल्कि ब्लड का क्लॉट जमा हुआ था। पीड़ित आशीष ने अस्पताल के खिलाफ उच्च अधिकारियों से शिकायत की है।

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