नीमच।
मध्य प्रदेश के नीमच में दो पुलिस कॉन्स्टेबल की ब्लैकमेलिंग का मामला सामने आने के बाद दोनों को गिरफ्तार किया गया है। दोनों पर आरोप है कि राजस्थान के एक व्यक्ति को 5 लाख रुपए के लिए उसके साथ मारपीट की और बंधक बनाकर रखा। पीड़ित की शिकायत पर दोनों को गिरफ्तार कर मंगलवार को अदालत में पेश किया गया। मामला नीमच के जावद थाने का है। यहां पदस्थ कॉन्स्टेबल महेंद्र सिंह झाला और अनवर खान ने राजस्थान में नागौर के रहने वाले आशु सिंह राजपूत को अफीम के केस में फंसाने की धमकी देकर 5 लाख रुपयों की मांग की। पीड़ित ने पैसे देने से इनकार किया तो दोनों कॉन्स्टेबल ने अपने दो सहयोगियों के साथ मिलकर उसके साथ मारपीट की। इतना ही नहीं, उन्होंने पीड़ित को रात भर बंधक बनाकर रखा।
पीड़ित की शिकायत पर नीमच के एसपी सूरज कुमार वर्मा ने मामले की जांच के आदेश दिए थे। जांच में शिकायत सही मिलने पर दोनों के खिलाफ अवैध वसूली, अपहरण एवं अफीम के प्रकरण में फंसाने का मामला दर्ज किया गया। मंगलवार को दोनों को अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें दो दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है।
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बता दें कि जावद थाने में कुछ दिन पहले अफीम के झूठे केस में फंसाने का एक और मामला सामने आया था जिसके बाद 5 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया था। प्रदेश स्तर तक हंगामा मचने के बाद मुख्यमंत्री ने तत्कालीन एसपी मनोज कुमार राय का ट्रांसफर भी कर दिया था।
मध्य प्रदेश के नीमच में दो पुलिस कॉन्स्टेबल की ब्लैकमेलिंग का मामला सामने आने के बाद दोनों को गिरफ्तार किया गया है। दोनों पर आरोप है कि राजस्थान के एक व्यक्ति को 5 लाख रुपए के लिए उसके साथ मारपीट की और बंधक बनाकर रखा। पीड़ित की शिकायत पर दोनों को गिरफ्तार कर मंगलवार को अदालत में पेश किया गया।
पीड़ित की शिकायत पर नीमच के एसपी सूरज कुमार वर्मा ने मामले की जांच के आदेश दिए थे। जांच में शिकायत सही मिलने पर दोनों के खिलाफ अवैध वसूली, अपहरण एवं अफीम के प्रकरण में फंसाने का मामला दर्ज किया गया। मंगलवार को दोनों को अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें दो दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है।
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बता दें कि जावद थाने में कुछ दिन पहले अफीम के झूठे केस में फंसाने का एक और मामला सामने आया था जिसके बाद 5 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया था। प्रदेश स्तर तक हंगामा मचने के बाद मुख्यमंत्री ने तत्कालीन एसपी मनोज कुमार राय का ट्रांसफर भी कर दिया था।