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Sagar News : सागर जिले के एक गांव में जातीय तनाव का माहौल, धमकी से लोगों में दहशत

Sagar News : एमपी के सागर जिले के दौलतपुर गांव में जातीय संघर्ष खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। गांव में तनाव यादव और लोधी समाज के बीच है। कुछ दिनों पहले लोधी समाज के एक शख्स के पाइप में लोगों ने आग लगा दी। साथ ही एक धमकी भरा पुट्ठे गांव में लगाया है। इसके बाद दहशत का माहौल है। प्रशासन की टीम ने गांव में पुलिस तैनात की है।

Edited byमुनेश्वर कुमार | Lipi 24 Apr 2022, 5:30 pm
सागर : बीना के दौलतपुर में जातीय संघर्ष खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। गांव में यादव बनाम लोधी (Yadav Vs Lodhi caste ethnic conflict) के बीच वर्चस्व की लड़ाई शांत होने के कुछ दिनों के बाद फिर से उभर कर आ गया है। गुरुवार शुक्रवार की दरम्यानी रात बलराम सिंह लोधी के मकान के पीछे सिंचाई के पाइपों में आग लगा दी गयी थी। पाइपों की संख्या 200 बताई जा रही है। दहशत फैलाने की मंशा से आगजनी करने वालों ने एक पुट्ठे पर लिखकर चेतवनी भी टांग दी, जिसमें साफ शब्दों में लिखा है कि तीन दिन में लोधी समाज के लोग गांव खाली कर दें, नहीं तो एक भी आदमी जिंदा नहीं बचेगा। उसमें लिखा है कि ये तो ट्रेलर है, पूरी फिल्म अभी बाकी है।
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धमकी भरे पुट्ठे से गांव में दहशत का माहौल है। मामले की गंभीरता को देखते हुए बीते दिन कलेक्टर सागर दीपक आर्य और एसपी तरुण नायक ने गांव का निरीक्षण किया और गांव वालों को सुरक्षा का भरोसा दिया है। भानगढ़ थाना पुलिस ने इस मामले में 6 संदेहियों को गिरफ्तार रॉक हस्ताक्षर के नमूने लिए हैं। वहीं सुरक्षा की दृष्टि से गांव में 1/4 की पुलिस सुरक्षा प्रदान की गई है। वहीं, क्षेत्रीय लोगों की मानें तो यहां हालात बेहद संवेदनशील बने हुए हैं।

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करीब तीन माह पहले भी हत्या की आशंका के चलते दौलतपुर में कंजिया गांव के लोगों ने उत्पात मचाया था। उस वक्त भी शासन-प्रशासन की हीलाहवाली की वजह से लोगों को गांव में आतंक मचाने का मौका मिल गया था।

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ज्ञानसिंह यादव की हत्या के बाद से पनपी दुश्मनी
असल में दोनों गांव के बीच की अदावत तो सालों पुरानी है। वहीं, 21 जनवरी को ज्ञान सिंह यादव की हत्या के दो दिन बाद मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया था। जिम्मेदारों में ने इसे हल्के में लिया तो करीब दो दर्जन लोग दौलतपुर गांव पर टूट पड़े। इसके बाद एक झोपड़े में आग लगा दी और तीन घरों में तोड़फोड़ की।

बताया जाता है कि क्षेत्र में मृतक ज्ञान सिंह की काफी दहशत थी। उसे प्लानिंग कर बल्लम लोहे के अमगिलों से मौत के घाट उतार दिया गया था। प्रशासन तनाव को देखते हुए क्षेत्र पर लगातार नजर बनाकर रखी है।
लेखक के बारे में
मुनेश्वर कुमार
नवभारत टाइम्स डिजिटल में मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ के लिए काम करता हूं। पत्रकारिता में महुआ टीवी, कशिश न्यूज, इंडिया न्यूज, ईनाडु इंडिया, ईटीवी भारत और राजस्थान पत्रिका से होते हुए टाइम्स इंटरनेट तक 11 साल का सफर। बिहार की राजधानी पटना से शुरुआत के बाद अब भोपाल कर्मस्थल। राजनीति, अपराध और पॉजिटिव खबरों में गहरी रुचि। पिछले सात सालों से डिजिटल मीडिया में...... और पढ़ें

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