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Cheetahs In India: अगले सप्ताह भारत आ सकते हैं चीते, बाड़े में तेंदुए की मौजदूगी बढ़ा रही चिंता

Cheetahs In Kuno: भारत में अगले सप्ताह तक चीता कूनो नेशनल पार्क में आ सकते हैं। कूनो नेशनल पार्क स्थित चीतों के बाड़े में तेंदुए की मौजूदगी ने प्रबंधन की चिंता बढ़ा दी है। उन्हें पकड़ने की कोशिश नाकाम साबित हो रही है।

Authored byP Naveen | Edited byमुनेश्वर कुमार | टाइम्स ऑफ इंडिया 5 Aug 2022, 11:46 am
श्योपुर: अब से एक सप्ताह बाद भारत के बीचोबीच मानसून में चीते (cheetah may be kuno park next week) भीग रहे होंगे। यह देखना लोगों के लिए कई दशक बाद अविश्वसनीय होगा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अफ्रीका से चीतों को 13 अगस्त को एमपी के कूनो नेशनल पार्क में लाया जा सकता है। हालांकि अभी तारीख तय नहीं हुई है, यह भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस के लिए समय है। वहीं, चीतों के लिए बनाए गए विशेष बाड़ों में अभी भी तेंदुए दुबके हुए हैं, वह वन अधिकारियों की रातों की नींद हराम कर रहे हैं, जो उन्हें हफ्तों से पकड़ने में जुटे हैं। चालाक तेंदुओं ने चारा नहीं लिया और पिंजरों में रखी बकरियों को छुआ भी नहीं।
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cheetah in kuno national park: अगले सप्ताह कूनो नेशनल पार्क में आएगा चीता



इन तेंदुओं को चीतों के बाड़े से पकड़कर बाहर छोड़ा जाना है। अभी तक चीता के बाड़े में दो तेंदुओं को ट्रैप कैमरा ने क्लिक किया है लेकिन वे स्टील के जाल को चकमा दे रहे हैं। वहीं, चीतों के शिकार के लिए अन्य स्थानों से लाए गए 100 चीतलों को बाड़े के बाहर वाले क्षेत्र में छोड़े गए हैं। अगर उन्हें बाड़े में डाल दिया जाता तो तेंदुए बुफे से बाहर नहीं निकलते। चीतों के शिकार के लिए 700 चीतों को बाहर से कूनो नेशनल पार्क में लाया जाना है और पहली खेप कूनो पहुंच गई है।

दरअसल, कूनो नेशनल अभ्यारण में दक्षिण अफ्रीका से विलुप्त चीतों को लाया जा रहा है। चीतों के रहने के लिए 12 किमी शिकार प्रूफ बाड़ों का निर्माण किया गया है, जिसके अंदर छह तेंदुए फंस गए थे। इन्हें पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया गया है। इनमें केवल दो शावक फंसे हैं। 500 हेक्टेयर वाले इस बाड़े में चार तेंदुओं ने वनकर्मियों की कोशिशें नाकाम कर रखा है। अधिकारी तेंदुए और चीते की बीच होने वाले संघर्ष को लेकर सावधान हैं। तेंदुए चीतों से बड़े होते हैं। वहीं, अगर एक ही बाड़े में कूनो के दोनों मूल शिकारी रहते हैं तो खतरा बढ़ जाएगी। तेंदुए और चीते न केवल शिकार में प्रतिस्पर्धा करेंगे बल्कि वह चीतों को घायल करने और मारने के लिए भी जाने जाते हैं।

वहीं, विशेषज्ञों का कहना है कि कूनो के सभी गांव के स्थानांतरण के बाद कम मानवीय दबाव के साथ मौजूदा शिकार के आधार पर यहां 21 चीतों को रखा जा सकता है। अधिकारियों ने कहा कि क्षमता अनुमानों के आधार पर कूनो परिदृश्य में संभावित 3200 वर्ग किमी चीता निवास में 36 चीतों को रखा जा सकता है।

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