श्योपुरः मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो नेशनल पार्क में एक मादा चीता गंभीर रूप से बीमार हो गई है। नामीबिया से लाए गए चीते के इलाज के लिए भोपाल से मेडिकल टीम को भेजा गया है। प्रदेश के मुख्य वाइल्ड लाइफ वार्डन जे एस चौहान ने चीते के बीमार होने की पुष्टि करते हुए बताया है कि उसकी हालत ठीक है। पिछले साल सितंबर महीने में नामीबिया से आठ चीते लाए गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में इन्हें कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा गया था। इसके बाद नवंबर महीने से इन्हें खुले बाड़े में रखा गया है। सभी चीते अच्छी हालत में थे और उनके नियमित शिकार करने की खबरें भी आ रही थीं। इस बीच मादा चीते के बीमार होने से अधिकारियों की चिंता बढ़ गई है। जानकारी के मुताबिक मादा चीता डिहाइड्रेशन और गुर्दे की बीमारी से पीड़ित है। भोपाल से विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम को उसके इलाज के लिए कूनो नेशनल पार्क भेजा गया है। वन विहार नेशनल पार्क के मुख्य पशु चिकित्सक डॉ अतुल गुप्ता टीम के प्रमुख हैं।
कूनो नेशनल पार्क के अधिकारियों ने बताया कि मादा चीते को फ्लुइड दिया गया है और इसके बाद उसकी हालत में सुधार हुआ है। वह कूनो में अपने नए घर में अच्छे तरीके से रह रही थी और अब तक कोई समस्या नहीं हुई थी। वहीं, विशेषज्ञों का कहना है कि चीतों को किडनी की बीमारी होने की आशंका ज्यादा होती है।
करीब एक सप्ताह पहले ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया था कि फरवरी महीने से पर्यटक कूनो में चीतों को देख सकेंगे। सरकार चीता सफारी की तैयारियों में भी लगी हुई है। मादा चीते की बीमारी से तैयारियों पर असर पड़ सकता है।
कूनो नेशनल पार्क के अधिकारियों ने बताया कि मादा चीते को फ्लुइड दिया गया है और इसके बाद उसकी हालत में सुधार हुआ है। वह कूनो में अपने नए घर में अच्छे तरीके से रह रही थी और अब तक कोई समस्या नहीं हुई थी। वहीं, विशेषज्ञों का कहना है कि चीतों को किडनी की बीमारी होने की आशंका ज्यादा होती है।
करीब एक सप्ताह पहले ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया था कि फरवरी महीने से पर्यटक कूनो में चीतों को देख सकेंगे। सरकार चीता सफारी की तैयारियों में भी लगी हुई है। मादा चीते की बीमारी से तैयारियों पर असर पड़ सकता है।