टीकमगढ़
एमपी के टीकमगढ़ से बीजेपी सांसद ने स्वीकार किया है कि बुंदेलखंड इलाके में ऑक्सिजन की कमी से मौत हुई है। उन्होंने कहा है कि बुंदेलखंड के टीकमगढ़ निवाड़ी और छतरपुर में ऑक्सिजन के कारण मौतें हो रही हैं। इसे लेकर सोमवार को उन्होंने तीन पत्र लिखे हैं। प्रधानमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में ऑक्सिजन की कमी का जिक्र किया है।
बीजेपी के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र कुमार खटीक ने सोमवार की सुबह तीन पत्र लिखे हैं। पहला पत्र भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम लिखा है, दूसरा पत्र उन्होंने केंद्रीय मंत्री स्वास्थ्य हर्षवर्धन के नाम लिखा है और तीसरा प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह के नाम लिखा है। प्रधानमंत्री के नाम लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि मेरे टीकमगढ़ लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत 3 जिले बुंदेलखंड के आते हैं, जिनमें टीकमगढ़, निवाड़ी और छतरपुर जिला शामिल है।
उन्होंने लिखा कि यह तीनों जिले बुंदेलखंड के अति पिछड़े जिलों में गिने जाते हैं जो सभी रिमोट एरिया है। यहां ऑक्सिजन की उपलब्धता न हो पाने के कारण कोरोना संक्रमण से लगातार लोगों की मौतें हो रही हैं। ऐसे में डीआरडीओ और डॉ रेड्डी लैब की तरफ से तैयार 2dg दवा तीनों जिलों के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में तुरंत उपलब्ध कराई जाए। इस दवा से इलाके में होने वाली मौतों को रोका जा सकता है।
एमपी के टीकमगढ़ से बीजेपी सांसद ने स्वीकार किया है कि बुंदेलखंड इलाके में ऑक्सिजन की कमी से मौत हुई है। उन्होंने कहा है कि बुंदेलखंड के टीकमगढ़ निवाड़ी और छतरपुर में ऑक्सिजन के कारण मौतें हो रही हैं। इसे लेकर सोमवार को उन्होंने तीन पत्र लिखे हैं। प्रधानमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में ऑक्सिजन की कमी का जिक्र किया है।
बीजेपी के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र कुमार खटीक ने सोमवार की सुबह तीन पत्र लिखे हैं। पहला पत्र भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम लिखा है, दूसरा पत्र उन्होंने केंद्रीय मंत्री स्वास्थ्य हर्षवर्धन के नाम लिखा है और तीसरा प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह के नाम लिखा है। प्रधानमंत्री के नाम लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि मेरे टीकमगढ़ लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत 3 जिले बुंदेलखंड के आते हैं, जिनमें टीकमगढ़, निवाड़ी और छतरपुर जिला शामिल है।
उन्होंने लिखा कि यह तीनों जिले बुंदेलखंड के अति पिछड़े जिलों में गिने जाते हैं जो सभी रिमोट एरिया है। यहां ऑक्सिजन की उपलब्धता न हो पाने के कारण कोरोना संक्रमण से लगातार लोगों की मौतें हो रही हैं। ऐसे में डीआरडीओ और डॉ रेड्डी लैब की तरफ से तैयार 2dg दवा तीनों जिलों के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में तुरंत उपलब्ध कराई जाए। इस दवा से इलाके में होने वाली मौतों को रोका जा सकता है।