पुणे
एक सिविक स्कूल के चपरासी को शुक्रवार को पहली क्लास की एक बच्ची के यौन शोषण के अपराध में गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि अनिल नगन्ना नाम के इस व्यक्ति ने स्कूल के बाथरूम के अंदर 6 साल की बच्ची का शोषण किया। पुलिस के सामने अपना अपराध कबूल करते हुए उसने कहा कि वह होश खो बैठा था।
येरवडा पुलिस की सब इंस्पेक्टर स्वप्ना वाघमारे ने बताया कि बुधवार को बच्ची दोपहर करीब 3 बजे बाथरूम गई। बाकी सभी छात्र और टीचर क्लास में थे। अनिल सन्नाटा पाकर बच्ची के पीछे-पीछे बाथरूम में चला गया। वहां उसने बच्ची का शोषण किया।
मां ने की शिकायत
जब बाद में बच्ची की मां ने उसको लगीं चोटें देखीं तो उन्हें शक हुआ। उनके पूछने पर बच्ची ने अपने साथ हुई घटना बता दी। मां ने पुलिस में शिकायत की और अनिल को गिरफ्तार कर लिया गया। पुणे महानगर पालिका में प्राथमिक शिक्षा अधिकारी शिवाजी दौंडकर ने बताया कि उन्हें घटना के बारे में जानकारी नहीं थी लेकिन वह स्कूल से रिपोर्ट मांगेंगे और जांच के लिए समिति बनाएंगे।
बच्ची की होगी काउंसलिंग
उन्होंने बताया कि कुछ स्कूलों में सीसीटीवी कैमरा हैं और बाकी स्कूलों में जल्द ही लग जाएंगे। उन्होंने बताया कि कर्मचारियों के लिए बच्चों को यौन अपराधों से बचाने के लिए वर्कशॉप्स का आयोजन भी किया जाता है। जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर और भी कदम उठाए जाएंगे। स्कूल और पुलिस ने बच्ची काउंसलिंग करने का भी फैसला किया है ताकि उसके मन या पढ़ाई पर घटना का असर न पड़े।
एक सिविक स्कूल के चपरासी को शुक्रवार को पहली क्लास की एक बच्ची के यौन शोषण के अपराध में गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि अनिल नगन्ना नाम के इस व्यक्ति ने स्कूल के बाथरूम के अंदर 6 साल की बच्ची का शोषण किया। पुलिस के सामने अपना अपराध कबूल करते हुए उसने कहा कि वह होश खो बैठा था।
येरवडा पुलिस की सब इंस्पेक्टर स्वप्ना वाघमारे ने बताया कि बुधवार को बच्ची दोपहर करीब 3 बजे बाथरूम गई। बाकी सभी छात्र और टीचर क्लास में थे। अनिल सन्नाटा पाकर बच्ची के पीछे-पीछे बाथरूम में चला गया। वहां उसने बच्ची का शोषण किया।
मां ने की शिकायत
जब बाद में बच्ची की मां ने उसको लगीं चोटें देखीं तो उन्हें शक हुआ। उनके पूछने पर बच्ची ने अपने साथ हुई घटना बता दी। मां ने पुलिस में शिकायत की और अनिल को गिरफ्तार कर लिया गया। पुणे महानगर पालिका में प्राथमिक शिक्षा अधिकारी शिवाजी दौंडकर ने बताया कि उन्हें घटना के बारे में जानकारी नहीं थी लेकिन वह स्कूल से रिपोर्ट मांगेंगे और जांच के लिए समिति बनाएंगे।
बच्ची की होगी काउंसलिंग
उन्होंने बताया कि कुछ स्कूलों में सीसीटीवी कैमरा हैं और बाकी स्कूलों में जल्द ही लग जाएंगे। उन्होंने बताया कि कर्मचारियों के लिए बच्चों को यौन अपराधों से बचाने के लिए वर्कशॉप्स का आयोजन भी किया जाता है। जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर और भी कदम उठाए जाएंगे। स्कूल और पुलिस ने बच्ची काउंसलिंग करने का भी फैसला किया है ताकि उसके मन या पढ़ाई पर घटना का असर न पड़े।