भुवनेश्वर
साइक्लोन जवाद को लेकर मौसम विभाग की पैनी नजर बनी हुई है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण तटीय इलाकों में बारिश शुरू हो गई है। हालांकि, जवाद तूफान के तट से टकराने के दौरान इसका प्रभाव कम होने की उम्मीद जताई गई है। हालांकि, कम दबाव का क्षेत्र के कमजोर पड़ने के बाद भी तटीय आंध्र प्रदेश और दक्षिण तटीय ओडिशा में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम, विजयनगरम और विशाखापत्तनम जिलों के लिए शनिवार को रेड अलर्ट की चेतावनी जारी की गई है। वहीं, ओडिशा के गजपति, गंजम, पुरी, जगतसिंहपुर जिलों के लिए भी रेड अलर्ट जारी किया गया है। कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने शुक्रवार को बंगाल की खाड़ी में आने वाले चक्रवात 'जवाद' से निपटने के लिए की जा रही तैयारियों की समीक्षा की। तूफान के प्रभाव से निपटने के लिए लगाई गई तमाम एजेंसियों को निर्देश दिया है कि इसमें किसी की जान न जाए और संपत्ति का नुकसान कम से कम हो। एनडीआरएफ की 64 टीमों को अलर्ट मोड में प्रभावित होने वाले इलाकों के लिए रखा गया है। वहीं, पुलिस और प्रशासन को भी राज्य सरकारों ने अलर्ट कर दिया है। तूफान गुजरने के साथ ही इसके प्रभाव की समीक्षा के निर्देश दिए गए हैं।
साइक्लोन जवाद से जुड़े महत्वपूर्ण अपडेट :
साइक्लोन जवाद को लेकर मौसम विभाग की पैनी नजर बनी हुई है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण तटीय इलाकों में बारिश शुरू हो गई है। हालांकि, जवाद तूफान के तट से टकराने के दौरान इसका प्रभाव कम होने की उम्मीद जताई गई है। हालांकि, कम दबाव का क्षेत्र के कमजोर पड़ने के बाद भी तटीय आंध्र प्रदेश और दक्षिण तटीय ओडिशा में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम, विजयनगरम और विशाखापत्तनम जिलों के लिए शनिवार को रेड अलर्ट की चेतावनी जारी की गई है। वहीं, ओडिशा के गजपति, गंजम, पुरी, जगतसिंहपुर जिलों के लिए भी रेड अलर्ट जारी किया गया है।
साइक्लोन जवाद से जुड़े महत्वपूर्ण अपडेट :
- भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि साइक्लोन जवाद के प्रभाव से उत्तर आंध्र प्रदेश और कोस्टल ओडिशा के तटीय इलाकों में बारिश हो रही है। आज से भारी बारिश होने की संभावना है। बंगाल में बारिश होगी। जवाद अभी पुरी समुद्र तट से करीब 400 किलोमीटर दूर है। उड़ीसा पहुंचने पर इसकी गति 50 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। पहले इसके 117 किलोमीटर तक रहने की आशंका जताई गई थी।
- पुरी तट पर साइक्लोन जवाद के रविवार को टकराने की संभावना जताई गई है। हालांकि, तट से टकराने के पहले ही साइक्लोन के कमजोर पड़ कर गहरे दबाव में परिवर्तित होने की संभावना है। मौस विज्ञान विभाग ने कहा कि अगले 12 घंटों के दौरान इसके धीरे-धीरे कमजोर होने और लगभग उत्तर की ओर बढ़ने और फिर ओडिशा के तट के साथ उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने की संभावना है। यह एक गहरे दबाव के रूप में 5 दिसंबर की दोपहर को पुरी के पास पहुंच जाएगा। इसके बाद इसके और कमजोर होने की संभावना है। ओडिशा के तट के साथ इसके उत्तर पूर्व की ओर पश्चिम बंगाल के तट की ओर बढ़ने की संभावना है।
- साइक्लोन जवाद के प्रभाव से आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम में लगातार बारिश हो रही है। जिले के डीएम श्रीकेश बी लठकर ने कई इलाकों में 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की भी बात कही है। जिले में शुक्रवार से ही बारिश के प्रभाव को देखते हुए 79 चक्रवात आश्रय अभियान चलाया जा रहा है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और दमकल की टीमों को अलर्ट पर रखा गया है।
- ओडिशा सरकार ने साइक्लोन जवाद के असर को देखते हुए स्कूलों को बंद कर दिया है। ओडिशा सरकार के स्कूल एवं मास एजुकेशन विभाग ने शनिवार को प्रदेश के 19 जिलों में स्कूलों को बंद कर दिया है। सरकारी, प्राइवेट और मान्यता प्राप्त स्कूलों को बंद करने आदेश विभाग की ओर से जारी किया गया।
- साइक्लोन जवाद के खतरे से निपटने के लिए एनडीआरएफ की 11 टों और एसडीआरएफ की तीन टीमों को आंध्र प्रदेश के तटीय जिलों में तैनात किया गया। श्रीकाकुलम, विजयनगरम और विशाखापत्तनम में लगातार सतर्कता बरती जा रही है। प्रदेश के मुख्य सचिव समीर शर्मा ने बताया है कि छह तटरक्षक दल और 10 समुद्री पुलिस टीमों को आपातकालीन अभियानों के लिए तैयार रखा गया है।
- आंध्र प्रदेश में साइक्लोन के प्रभाव को देखते हुए लोगों से सतर्क रहने का अनुरोध किया गया है। एनडीआरएफ की टीमों ने विशाखापट्टनम के कैलासगिरी में मार्च कर लोगों को सावधान रहने की सलाह दी। उन्हें चक्रवात के खतरे के बारे में आगाह किया। जरूरतमंदों के लिए चक्रवात आश्रय स्थल का निर्माण किया गया है। चक्रवात के दौरान लोगों को पीने का पानी और अन्य आवश्यक आपूर्ति को बहाल रखने के लिए भी रणनीति तैयार की गई है।
- चक्रवाती तूफान के डीप डिप्रेशन में बदलने की स्थिति में इसके तेज होने और भारी बारिश की संभावना है। इस प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए ओडिशा सरकार ने गंजम, पुरी और जगतसिंहपुर में संभावित भूस्खलन जैसी स्थिति से निपटने की तैयारी की है। प्रदेश के विशेष आयुक्त पीके जेना ने इस संबंध में सभी एजेंसियों के साथ बैठक कर रणनीति तैयार की है।
- साइक्लोन जवाद के असर को देखते हुए ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल में एनडीआरएफ की 64 टीमों को तैनात किया गया है। वहीं, आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम जिले से 3 और 4 दिसंबर को चल रही लगभग 65 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। पूर्वी कोस्टल रेलवे के वाल्टेयर डिवीजन के वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक एके त्रिपाठी ने इस संबंध में जानकारी दी है।
- पुरी के एसपी कंवर विशाल सिंह ने साइक्लोन के असर को देखते हुए विशेष तौर पर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि सबकी सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है। प्रशासन की ओर से जरूरतमंदों के लिए शेल्टर की व्यवस्था की जा रही है। तूफान को देखते हुए समुद्र तट पर किसी को जाने की अनुमति नहीं है, तट पर जो पर्यटक थे उन्हें भी हटा दिया गया है।
- साइक्लोन जवाद के असर को देखते हुए बिजली और टेलीफोन लाइन के भी बाधित होने का अलर्ट जारी किया गया है। इस प्रकार की स्थिति में भी लोगों को सतर्क रहने की जानकारी दी गई है। राज्य सरकारों की ओर से इसके लिए वैकल्पिक इंतजामों पर भी जोर दिया जा रहा है।