पणजी
गोवा सरकार जल्द ही शादी को लेकर एक कानून बनाने जा रही है। यह कानून होगा शादी से पहले एचआईवी टेस्ट कराने की अनिवार्यता का। गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने कहा कि सरकार विवाह के पंजीकरण से पहले एचआईवी टेस्ट अनिवार्य करने पर विचार कर रही है। हालांकि, उन्होंने साफ किया कि यह अभी अनिवार्य नहीं है।
स्वास्थ्य मंत्री ने इस मॉनसून सत्र के दौरान विधानसभा में कहा, 'एक कानून मंत्री होने के नाते लोगों के हित के बारे में सोचना मेरी जिम्मेदारी है। मैं चाहता हूं कि शादी से पहले एचआईवी टेस्ट कराने का कानून बने। इसके लिए पब्लिक हेल्थ ऐक्ट में बदलाव किया जाएगा।' मंत्री ने कहा कि गोवा भले ही एक बहुत छोटा सा राज्य हो, लेकिन इस तरह का कानून लागू करने में सबसे पहला राज्य होगा।
हर कानूनी पहलू की जांच
मंत्री ने कहा कि वह इस कानून को लागू करने से जुड़े हुए हर एक कानूनी पहलू की जांच करा रहे हैं। प्रॉसेस चल रहा है, उसके बाद कानून बनाकर लागू किया जाएगा।
2006 में इसी तरह राज्य सरकार ने फैसला लिया था कि शादी का पंजीकरण कराने से पहले एचआईवी टेस्ट जरूरी होगा। हालांकि, इसे अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका था। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वह चाहते हैं कि इस कानून के साथ ही शादी से पहले थैलीसिमिया का टेस्ट भी जरूरी किया जाए ताकि इस बीमारी से पीड़ित माता-पिता के बच्चे भी इस बीमारी से ग्रसित न हों।
गोवा में इसलिए यह पहल
विश्वजीत राणे ने कहा कि वह शादी से पहले एचआईवी और थैलीसिमिया दोनों टेस्ट करवाने की अनिवार्यता वाला कानून लागू करने के पक्ष में हैं। उन्होंने कहा कि गोवा में यह संभव भी है, क्योंकि यह एक प्रगतिशील वाला राज्य है।
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गोवा सरकार जल्द ही शादी को लेकर एक कानून बनाने जा रही है। यह कानून होगा शादी से पहले एचआईवी टेस्ट कराने की अनिवार्यता का। गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने कहा कि सरकार विवाह के पंजीकरण से पहले एचआईवी टेस्ट अनिवार्य करने पर विचार कर रही है। हालांकि, उन्होंने साफ किया कि यह अभी अनिवार्य नहीं है।
स्वास्थ्य मंत्री ने इस मॉनसून सत्र के दौरान विधानसभा में कहा, 'एक कानून मंत्री होने के नाते लोगों के हित के बारे में सोचना मेरी जिम्मेदारी है। मैं चाहता हूं कि शादी से पहले एचआईवी टेस्ट कराने का कानून बने। इसके लिए पब्लिक हेल्थ ऐक्ट में बदलाव किया जाएगा।' मंत्री ने कहा कि गोवा भले ही एक बहुत छोटा सा राज्य हो, लेकिन इस तरह का कानून लागू करने में सबसे पहला राज्य होगा।
हर कानूनी पहलू की जांच
मंत्री ने कहा कि वह इस कानून को लागू करने से जुड़े हुए हर एक कानूनी पहलू की जांच करा रहे हैं। प्रॉसेस चल रहा है, उसके बाद कानून बनाकर लागू किया जाएगा।
2006 में इसी तरह राज्य सरकार ने फैसला लिया था कि शादी का पंजीकरण कराने से पहले एचआईवी टेस्ट जरूरी होगा। हालांकि, इसे अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका था। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वह चाहते हैं कि इस कानून के साथ ही शादी से पहले थैलीसिमिया का टेस्ट भी जरूरी किया जाए ताकि इस बीमारी से पीड़ित माता-पिता के बच्चे भी इस बीमारी से ग्रसित न हों।
गोवा में इसलिए यह पहल
विश्वजीत राणे ने कहा कि वह शादी से पहले एचआईवी और थैलीसिमिया दोनों टेस्ट करवाने की अनिवार्यता वाला कानून लागू करने के पक्ष में हैं। उन्होंने कहा कि गोवा में यह संभव भी है, क्योंकि यह एक प्रगतिशील वाला राज्य है।
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