श्रीहरिकोटा (आंध्र प्रदेश): भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने बताया कि देश की पहली मानवयुक्त अंतरिक्ष उड़ान मिशन गगनयान इस साल या अगले साल नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि एजेंसी सभी सुरक्षा प्रणालियों की मौजूदगी सुनिश्चित करना चाहती है। इसरो प्रमुख ने कहा कि यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण मिशन है, इसलिए जब इंसानों को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा तो सुरक्षा पर बहुत ध्यान देना होगा। सोमनाथ ने यहां स्थित अंतरिक्ष प्रक्षेपण केंद्र से इसरो द्वारा तीन विदेशी उपग्रहों का सफल प्रक्षेपण किए जाने के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण मिशन है। जब हम मनुष्यों को अंतरिक्ष में भेजते हैं तो हमें बेहद सावधान रहना पड़ता है।' उन्होंने कहा कि सुरक्षा को लेकर परीक्षण किए जा रहे हैं और 'हम इसका और अधिक बार परीक्षण कर रहे हैं, हम इसे बहुत सावधानी से करना चाहेंगे।'
'हमारे लोगों की सुरक्षा के लिए है'
इसरो प्रमुख ने जोर देकर कहा कि अगले साल के मध्य में विभिन्न प्रदर्शनों और एक मानवरहित मिशन को अंजाम दिया जाएगा और सुनिश्चित किया जाएगा कि सबकुछ ठीक है। उन्होंने कहा, '(गगनयान) इस साल या अगले साल नहीं हो सकता। यह हमारे लोगों की सुरक्षा के लिए है।'
'इस बार हमें चांद पर जाने की जल्दी नहीं' सोमनाथ ने कहा, 'अगर हम अंतरिक्ष यात्रियों को उड़ाना चाहते हैं, तो हमें पहले सुरक्षा प्रणाली को साबित करना होगा... इसे कई परीक्षणों से गुजरना होगा। हम इस साल ऐसा करने की कोशिश कर रहे हैं। मैं किसी आपदा के साथ गगनयान कार्यक्रम को समाप्त नहीं करना चाहता हूं। हम इसे बहुत सावधानी से करना चाहेंगे।' चंद्रयान -3 के बारे में, सोमनाथ ने कहा कि वर्तमान में बहुत सारे परीक्षण चल रहे हैं और 'इस बार हमें चांद पर जाने की कोई जल्दी नहीं है।'
'हमारे लोगों की सुरक्षा के लिए है'
इसरो प्रमुख ने जोर देकर कहा कि अगले साल के मध्य में विभिन्न प्रदर्शनों और एक मानवरहित मिशन को अंजाम दिया जाएगा और सुनिश्चित किया जाएगा कि सबकुछ ठीक है। उन्होंने कहा, '(गगनयान) इस साल या अगले साल नहीं हो सकता। यह हमारे लोगों की सुरक्षा के लिए है।'
'इस बार हमें चांद पर जाने की जल्दी नहीं' सोमनाथ ने कहा, 'अगर हम अंतरिक्ष यात्रियों को उड़ाना चाहते हैं, तो हमें पहले सुरक्षा प्रणाली को साबित करना होगा... इसे कई परीक्षणों से गुजरना होगा। हम इस साल ऐसा करने की कोशिश कर रहे हैं। मैं किसी आपदा के साथ गगनयान कार्यक्रम को समाप्त नहीं करना चाहता हूं। हम इसे बहुत सावधानी से करना चाहेंगे।' चंद्रयान -3 के बारे में, सोमनाथ ने कहा कि वर्तमान में बहुत सारे परीक्षण चल रहे हैं और 'इस बार हमें चांद पर जाने की कोई जल्दी नहीं है।'