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रैगिंग की शिकार लड़की की मां ने केरल और कर्नाटक के सीएम से शिकायत की

केरल की एक दलित लड़की कोझिकोड मेडिकल कॉलेज में जिंदगी के लिए जूझ रही है।कलबुर्गी स्थित...

टाइम्स न्यूज नेटवर्क 22 Jun 2016, 9:04 am
कोझिकोड
नवभारतटाइम्स.कॉम ragging lands kerala dalit girl in hospital
रैगिंग की शिकार लड़की की मां ने केरल और कर्नाटक के सीएम से शिकायत की

केरल की एक दलित लड़की कोझिकोड मेडिकल कॉलेज में जिंदगी के लिए जूझ रही है। कलबुर्गी स्थित अल-कमर नर्सिंग कॉलेज में पढ़ने वाली इस को उसके सीनियर ने कथित तौर पर रैगिंग के वक्त टॉइलट क्लीनर पीने के लिए मजबूर किया था।

मलप्पुरम की रहने वाली अस्वथी (19 साल) फर्स्ट सेमेस्टर की स्टूडेंट है। उसने बताया कि हॉस्टल में 9 मई को उसे जबरन जहरीला टॉइलट क्लीनर पिलाने की कोशिश की गई। अस्वथी ने कहा, 'मुझे पहले कलबुर्गी के एक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। वहां पुलिस मेरा बयान दर्ज करना चाहती थी लेकिन गले में हुए घावों की वजह से मुझसे बोला नहीं जा रहा था। कुछ सीनियर्स ने मुझसे कहा कि मैं दोषी लोगों का नाम ना लूं क्योंकि इससे उनका भविष्य खराब हो सकता है।' कोझिकोड हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने बताया कि अस्वथी की हालत गम्भीर है। आहारनली में घाव होने की वजह से वह कुछ भी नहीं खा पा रही है। उसकी पूरी देख-रेख की जा रही है।

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कॉलेज प्रबंधक एमएम बेग ने अस्वथी के आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि उसने सूइसाइड करने के लिए टॉइलट क्लीनर पी लिया था। उन्होंने कहा, 'जैसे ही हमें मामले की जानकारी हुई हम उसे कलबुर्गी हॉस्पिटल ले गए। यह सूइसाइड का मामला है रैगिंग का नहीं।' अस्वथी की मां ने कर्नाटक और केरल के सीएम, दोनों राज्यों के शीर्ष पुलिस अधिकारी और नैशनल ह्यूमन राइट्स कमिशन से शिकायत की है।

कोझिकोड के डीसीपी डी. सली ने हॉस्पिटल जाकर लड़की से मुलाकात की और मेडिकल कॉलेज के सर्कल इंस्पेक्टर को उसका बयान लेकर केस को संबंधित पुलिस स्टेशन ट्रांसफर करने को कहा है। कलबुर्गी के एसपी एम. शशि कुमार ने कहा कि उन्होंने लड़की के साथ रहने वाली स्टूडेंट्स से पूछताछ की है। उन्होंने कहा, ' हम लड़की के पैरंट्स द्वारा दाखिल की गई शिकायत को ट्रांसफर होने का इंतजार कर रहे हैं ताकि जांच शुरू कर सकें।'

लड़की के चाचा ने कहा कि पिछले एक महीने से पूरा परिवार एक हॉस्पिटल से दूसरे अस्पताल चक्कर काट रहा है। सबसे पहले उसे त्रिसूर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, वहां से उसे 2 जून को कोझिकोड के अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसे कोझिकोड के ही एक प्राइवेट हॉस्पिटल में रेफर करने को कहा गया था लेकिन डॉक्टरों ने सर्जरी होने से पहले छह हफ्तों का ट्रीटमेंट जारी रखने को कहा है।

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