ऐपशहर

Vismaya case verdict: आयुर्वेद स्टूडेंट ने फांसी के फंदे से लटककर दी थी जान, पति को 10 साल की सजा

विस्मया ने पिछले साल 21 जून को अपने ससुराल में फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली थी। कोर्ट ने दोषी पति को 10 साल की सजा के साथ साढ़े 12 लाख रुपये से अधिक का जुर्माना भी लगाया।

Edited byशेफाली श्रीवास्तव | भाषा 24 May 2022, 3:45 pm
कोल्लम (केरल): केरल की एक कोर्ट ने आयुर्वेद की छात्रा विस्मया (Vismaya case verdict) के पति को दहेज हत्या के मामले में मंगलवार को 10 साल की सजा सुनाई। विस्मया ने पिछले साल जून में अपने ससुराल में फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने अपने रिश्तेदारों को वॉट्सऐप मेसेज भेजकर दर्द बयां किया था। दोषी पर साढ़े 12 लाख रुपये से अधिक का जुर्माना भी लगाया गया।
नवभारतटाइम्स.कॉम vismaya case
विस्मया केस पर सजा का फरमान


विशेष लोक अभियोजक (एसपीपी) जी मोहनराज ने बताया कि अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश-एक सुजीत केएन ने दोषी एस किरण कुमार को आत्महत्या के लिए उकसाने और दहेज प्रताड़ना के मामले में भी आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत छह साल और दो साल कैद की सजा सुनाई है।

साढ़े 12 लाख रुपये का जुर्माना
कुमार को दहेज लेने के अपराध में दहेज निषेध अधिनियम के तहत छह साल और दहेज की मांग करने पर एक साल की सजा भी सुनाई गई है। सजा सुनाए जाने के बाद एसपीपी ने कहा कि अदालत ने कहा कि सभी सजाएं साथ-साथ चलेंगी। कुमार पर 12,55,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया गया, जिसमें से दो लाख रुपये पीड़िता के माता-पिता को भुगतान करने का निर्देश दिया गया है।

केरल पुलिस ने दाखिल की थी 500 पेज की चार्जशीट
अदालत ने 17 मई को इस मामले में अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। केरल पुलिस ने अपने 500 पेज की चार्जशीट में कहा था कि विस्मया ने दहेज प्रताड़ना के चलते आत्महत्या की थी। 22 वर्षीय विस्मया 21 जून, 2021 को कोल्लम जिले के सस्थामकोट्टा में अपने पति के घर में मृत पाई गई थी।

रिश्तेदारों को वॉट्सऐप पर बताई थी जुल्म की दास्तां
घटना से एक दिन पहले, विस्मया ने कुमार के दहेज को लेकर कथित रूप से प्रताड़ित करने के साथ-साथ अपने शरीर पर चोट और मारपीट के निशान की तस्वीरें अपने रिश्तेदारों को वॉट्सऐप मेसेज में भेजे थे।

उसके पिता ने एक टीवी चैनल को बताया था कि 2020 में शादी के दौरान कुमार को सोना और एक एकड़ से अधिक जमीन के अलावा 10 लाख रुपये की एक कार दहेज के रूप में दी गई थी। पिता ने बताया कि किरण कुमार को कार पसंद नहीं आई और वह 10 लाख रुपये नकद चाहता था। जब उसे बताया गया कि यह संभव नहीं है, तो वह विस्मया को प्रताड़ित करने लगा।
लेखक के बारे में
शेफाली श्रीवास्तव
शेफाली श्रीवास्तव सीनियर डिजिटल कॉन्टेट प्रोड्यूसर हैं। दैनिक भास्कर, नवभारत टाइम्स, गांव कनेक्शन और एनबीटी डिजिटल के साथ पत्रकारिता में 9 साल का अनुभव। पॉलिटिक्स से लेकर, स्पोर्ट्स, हेल्थ, वुमन, वाइल्डलाइफ और एंटरटेनमेंट में रुचि। पत्रकारिता में नए प्रयोगों के साथ सीखने की ललक।... और पढ़ें

अगला लेख

Stateकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर
ट्रेंडिंग