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पंजाब: रेफरेंडम 2020 बना AAP के जी का जंजाल

अमरीकी संगठन 'सिख फॉर जस्टिस' के रेफरेंडम-2020 के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी के घर में...

नवभारत टाइम्स 20 Jun 2018, 10:48 pm
विशेष संवाददाता, चंडीगढ़
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अमरीकी संगठन 'सिख फॉर जस्टिस' के रेफरेंडम-2020 के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी के घर में बवाल खड़ा हो गया है। इस मुद्दे पर विवादों में फंसे पंजाब में विपक्ष के नेता सुखपाल सिंह खैरा को 'दिल्ली दरबार' में फटकार पड़ गई है।

पंजाब के प्रभारी और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने उनसे मिलने पहुंचे खैरा से न केवल प्रदेश अध्यक्ष के मार्फत स्पष्टीकरण तलब कर लिया है वहीं खैरा के बयान पर नाखुशी जाहिर करते हुए साफ कर दिया कि ऐसी बयानबाजी किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

दरअसल, खैरा ने इस मुद्दे पर पूछे जाने पर पिछले दिनों एक बयान दिया था। उनके बयान से आम आदमी पार्टी तमाम विरोधी दलों के निशाने पर आ गई। खुद आम आदमी पार्टी के भीतर से भी खैरा के बयान पर नाखुशी जाहिर करते हुए इससे पल्ला झाड़ लिया गया था और खैरा को स्पष्टीकरण का नोटिस भेज दिया गया। दूसरी ओर खैरा ने दिल्ली में हाईकमान से मुलाकात के बाद यही दोहराया कि उन्हें कोई नोटिस नहीं मिला। खैरा ने बार-बार दोहराया कि उन्होंने रेफरेंडम 2020 का कतई समर्थन नहीं किया था।

उल्लेखनीय है कि खैहरा अपने एक ट्वीट के कारण विवादों में घिर गए थे। उनसे मीडिया ने इस बारे में सवाल किया था। उनका मत आते ही पंजाब की सियासत गर्मा गई थी। यहां तक कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने खैरा के बयान की आलोचना करते हुए आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल से स्टैंड साफ करने का दबाव बढ़ा दिया था।

खैरा ने अपने रुख को जायज ठहराने के लिए कहा था कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अमृतसर घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए थे जो कि रेफरेंडम जैसा ही था। अकाली दल ने आनन्दपुर साहिब प्रस्ताव पारित किया था। इस प्रस्ताव में अलग सिख राष्ट्र की मांग की गई थी। मामला बढ़ा तो आप हाईकमान ने खैरा को दिल्ली तलब कर लिया। खैरा अपने साथ पांच अन्य विधायक लेकर गए थे। सूत्रों के अनुसार खैरा ने केजरीवाल से मिलने के लिए टाइम तक मांगा था, लेकिन केजरीवाल ने मिलने से इनकार कर दिया और मनीष सिसोदिया से मिलने को कह दिया। सिसोदिया ने भी कड़ा रुख अपनाते हुए खैरा को साफ कर दिया कि पार्टी ऐसी बयानबाजी को बर्दाश्त नहीं करेगी। वे अपना स्पष्टीकरण भी पार्टी के पंजाब प्रदेश अध्यक्ष के जरिए भेजें।

बताते हैं कि इससे पहले भी पंजाब के पार्टी सह संयोजक बलबीर सिंह और खैरा के बीच नोंक-झोंक हुई थी। बलबीर ने कहा था कि सुखपाल पर इस समर्थन के लिए कार्रवाई की जाएगी। बलबीर ने यह भी कहा था कि खैरा उनकी कॉल को इग्नोर कर रहे हैं।

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