चंडीगढ़: कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने बुधवार को दावा किया कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के काफिले में पूर्व मुख्यमंत्रियों प्रकाश सिंह बादल और अमरिंदर सिंह की तुलना में अधिक वाहन होते हैं। पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता, बाजवा ने सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत प्राप्त जवाब का हवाला देते हुए दावा किया कि मुख्यमंत्री मान के काफिले में 42 कारें हैं, जो प्रकाश सिंह बादल और अमरिंदर सिंह के काफिले में शामिल कारों से अधिक हैं। बाजवा ने एक ट्वीट में कहा कि चौंकाने वाला रहस्योद्घाटन- मुख्यमंत्री बादल के काफिले में 2007-17 तक 33 वाहन थे और कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री बनने पर वाहनों की संख्या में कोई बदलाव नहीं हुआ था लेकिन एक आरटीआई के माध्यम से यह खुलासा हुआ है कि मुख्यमंत्री मान तथाकथित आम आदमी के काफिले में 42 कारें हैं। बाजवा ने उस जवाब को भी पोस्ट किया, जिसके बारे में उन्होंने दावा किया कि वह एक आरटीआई के जरिए मिला है।
बाद में बाजवा ने एक बयान में दावा किया कि मुख्यमंत्री के रूप में प्रकाश सिंह बादल के पहले कार्यकाल- 31 मार्च, 2007 से 30 मार्च, 2012 तक - में राज्य परिवहन निगम द्वारा मुख्यमंत्री को प्रदान की गई कारों की संख्या 33 थी। बाजवा ने कहा कि बादल के दूसरे कार्यकाल-31 मार्च 2012 से 30 मार्च 2017 तक- बादल के काफिले में इतनी ही कारें थीं। इसी तरह, मुख्यमंत्री के रूप में अमरिंदर सिंह के काफिले में 19 सितंबर, 2021 में उनका कार्यकाल समाप्त होने तक 33 वाहन थे।
बाजवा ने राज्य परिवहन आयुक्त कार्यालय द्वारा दिये आरटीआई जवाब का हवाला देते हुए दावा किया कि 20 सितंबर, 2021 से 16 मार्च, 2022 तक, मुख्यमंत्री के रूप में चरणजीत सिंह चन्नी के काफिले में 39 कारें थीं। बाजवा ने कहा कि मुख्यमंत्री बनने से पहले भगवंत मान जो उपदेश देते थे और मुख्यमंत्री बनने के बाद वह जो करते हैं, उसके बीच एक विरोधाभास है। उन्होंने कहा कि भगवंत मान संगरूर से सांसद रहते हुए ऐसे मुद्दों पर सत्ताधारी पार्टी की आलोचना करते थे। उन्होंने सवाल किया कि क्या भगवंत मान को पंजाब के नागरिकों को यह बताने में कोई आपत्ति होगी कि वाहनों का यह बड़ा काफिला उद्देश्य की कैसे पूर्ति करता है? वह करदाताओं का पैसा इतनी लापरवाही से क्यों खर्च करते हैं? अब वह इतना बड़ा काफिला कैसे वहन कर सकते हैं?
बाद में बाजवा ने एक बयान में दावा किया कि मुख्यमंत्री के रूप में प्रकाश सिंह बादल के पहले कार्यकाल- 31 मार्च, 2007 से 30 मार्च, 2012 तक - में राज्य परिवहन निगम द्वारा मुख्यमंत्री को प्रदान की गई कारों की संख्या 33 थी। बाजवा ने कहा कि बादल के दूसरे कार्यकाल-31 मार्च 2012 से 30 मार्च 2017 तक- बादल के काफिले में इतनी ही कारें थीं। इसी तरह, मुख्यमंत्री के रूप में अमरिंदर सिंह के काफिले में 19 सितंबर, 2021 में उनका कार्यकाल समाप्त होने तक 33 वाहन थे।
बाजवा ने राज्य परिवहन आयुक्त कार्यालय द्वारा दिये आरटीआई जवाब का हवाला देते हुए दावा किया कि 20 सितंबर, 2021 से 16 मार्च, 2022 तक, मुख्यमंत्री के रूप में चरणजीत सिंह चन्नी के काफिले में 39 कारें थीं। बाजवा ने कहा कि मुख्यमंत्री बनने से पहले भगवंत मान जो उपदेश देते थे और मुख्यमंत्री बनने के बाद वह जो करते हैं, उसके बीच एक विरोधाभास है। उन्होंने कहा कि भगवंत मान संगरूर से सांसद रहते हुए ऐसे मुद्दों पर सत्ताधारी पार्टी की आलोचना करते थे। उन्होंने सवाल किया कि क्या भगवंत मान को पंजाब के नागरिकों को यह बताने में कोई आपत्ति होगी कि वाहनों का यह बड़ा काफिला उद्देश्य की कैसे पूर्ति करता है? वह करदाताओं का पैसा इतनी लापरवाही से क्यों खर्च करते हैं? अब वह इतना बड़ा काफिला कैसे वहन कर सकते हैं?