मनवीर सैनी, चंडीगढ़
कर्ज में डूबे हरियाणा के एक किसान की सोमवार को हॉस्पिटल में मौत हो गई। 62 वर्षीय रणवीर सिंह चेक बाउंस केस में भिवानी जेल में सजा काट रहे थे।
चैहड़ गांव के निवासी रणवीर को तीन दिन पहले 29 सितंबर को दो साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। सोमवार शाम रणवीर ने सीने में दर्द की शिकायत की और उन्हें भिवानी सिविल हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां रात 9:30 पर उनकी मौत हो गई। मृतक के रिश्तेदारों ने शव को लेने से इनकार करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। मृतक के परिजनों का कहना है कि सजा सुनाए जाने से रणवीर काफी आहत हो गए थे, जिससे उनकी मौत हो गई।
इस घटना के बाद धरने पर बैठे किसानों ने मांग की है कि रणवीर का पूरा कर्ज माफ किया जाए और उनके परिवार को 25 साल का मुआवजा दिया जाए। साथ ही किसानों की मांग की कि रणवीर के परिवार के किसी सदस्य को नौकरी भी दी जाए। भिवानी के डेप्युटी कमिश्नर अंशज सिंह ने कहा, 'हम मृतक के रिश्तेदारों से बात कर रहे हैं। सीएम खट्टर के प्रमुख सचिव ने भी इसे कर्ज माफी का एक स्पेशल मामला मानने पर सहमति जताई है। हमने नौकरी देने की मांग पर भी सहमति जताई है। आगे की बातचीत चल रही है।'
पुलिस ने कहा कि रणवीर ने लोहरु केंद्रीय सहकारी बैंक से एक ट्रैक्टर खरीदने के लिए 1.5 लाख रुपए का लोन लिया था। कर्ज न चुकाने की वजह से यह लोन 2009 में 6 लाख तक पहुंच गया। इसके बाद उसने जो चेक दिए वे बाउंस हो गए। तीन साल पहले इस मामले में उसे दोषी ठहराया गया। इसके खिलाफ रणवीर ने एक याचिका डाली जो कि 20 सितंबर को खारिज कर दी गई। फिर रणवीर को 29 सितंबर को जेल भेज दिया गया। एसपी ने कहा, 'रणवीर की मौत के तुरंत बार जेल के अधिकारियों ने उसके परिवार को सूचित किया। हम अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।'
कर्ज में डूबे हरियाणा के एक किसान की सोमवार को हॉस्पिटल में मौत हो गई। 62 वर्षीय रणवीर सिंह चेक बाउंस केस में भिवानी जेल में सजा काट रहे थे।
चैहड़ गांव के निवासी रणवीर को तीन दिन पहले 29 सितंबर को दो साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। सोमवार शाम रणवीर ने सीने में दर्द की शिकायत की और उन्हें भिवानी सिविल हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां रात 9:30 पर उनकी मौत हो गई। मृतक के रिश्तेदारों ने शव को लेने से इनकार करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। मृतक के परिजनों का कहना है कि सजा सुनाए जाने से रणवीर काफी आहत हो गए थे, जिससे उनकी मौत हो गई।
इस घटना के बाद धरने पर बैठे किसानों ने मांग की है कि रणवीर का पूरा कर्ज माफ किया जाए और उनके परिवार को 25 साल का मुआवजा दिया जाए। साथ ही किसानों की मांग की कि रणवीर के परिवार के किसी सदस्य को नौकरी भी दी जाए। भिवानी के डेप्युटी कमिश्नर अंशज सिंह ने कहा, 'हम मृतक के रिश्तेदारों से बात कर रहे हैं। सीएम खट्टर के प्रमुख सचिव ने भी इसे कर्ज माफी का एक स्पेशल मामला मानने पर सहमति जताई है। हमने नौकरी देने की मांग पर भी सहमति जताई है। आगे की बातचीत चल रही है।'
पुलिस ने कहा कि रणवीर ने लोहरु केंद्रीय सहकारी बैंक से एक ट्रैक्टर खरीदने के लिए 1.5 लाख रुपए का लोन लिया था। कर्ज न चुकाने की वजह से यह लोन 2009 में 6 लाख तक पहुंच गया। इसके बाद उसने जो चेक दिए वे बाउंस हो गए। तीन साल पहले इस मामले में उसे दोषी ठहराया गया। इसके खिलाफ रणवीर ने एक याचिका डाली जो कि 20 सितंबर को खारिज कर दी गई। फिर रणवीर को 29 सितंबर को जेल भेज दिया गया। एसपी ने कहा, 'रणवीर की मौत के तुरंत बार जेल के अधिकारियों ने उसके परिवार को सूचित किया। हम अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।'