विशेष संवाददाता, चंडीगढ़
आंगनबाड़ी कर्मचारियों के आंदोलन से मुक्ति पाकर अभी मनोहर सरकार को फुरसत नहीं मिली थी एक बार फिर से कर्मचारियों ने बढ़ा दी है। अब कर्मचारियों के एक बड़े वर्ग की अगुवाई कर रहे सर्व कर्मचारी संघ ने प्रदेश सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए प्रदेशव्यापी आंदोलन का बिगुल बजा दिया है। उल्लेखनीय है कि विपक्षी दल पहले ही सरकार के खिलाफ मोर्चे खोले हुए हैं।
सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा ने सरकार पर चुनावी घोषणा पत्र में किए वादों पर अमल न करने, कर्मचारियों की जायज मांगों की अनदेखी करने, जनसेवाओं के विभागों मे पीपीपी, निजीकरण व आउटसोर्सिंग की जन विरोधी नीतियों को लागू करने और कर्मचारियों की एकता तोड़ने के आरोप लगाए हैं।
संघ के प्रधान धर्मबीर फोगाट व महासचिव सुभाष लांबा ने बताया की सरकार की वादाखिलाफी और मांगों की अनदेखी के विरोध मे 29 अप्रैल को जींद में राज्य स्तरीय रैली की जाएगी। रैली से पहले प्रदेश के कर्मचारी 14 से 20 मार्च तक मंत्रियों के आवासों पर प्रदर्शन करेंगे। आंदोलन के दूसरे चरण में 21 से 26 मार्च तक कर्मचारी डीसी कार्यालयों पर सामूहिक पड़ाव डालेंगे और 27 मार्च को डीसी कार्यालयों पर आक्रोश प्रदर्शन करते हुए नई अंशदायी पेंशन स्कीम को बंद करने व जनवरी, 2006 के बाद सेवा मे आए कर्मचारियों को पुरानी पेंशन स्कीम के दायरे में लाने व सभी प्रकार के कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने ,पक्का होने तक बिना भेदभाव के समान काम के लिए वेतनमान देने के समर्थन प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम कर्मचारियों का हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन उपायुक्तों को सौंपे जायेंगे।
वरिष्ठ उप प्रधान नरेश शास्त्री ने बताया की सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा बिजली, रोडवेज, शिक्षा, स्वास्थ्य, सिंचाई आदि सेवाओं के सभी विभागों को बचाने व जनता का समर्थन जुटाने के लिए 10 मार्च से 10 अप्रैल तक जनता की अदालत में जाएगा। जनता की और कार्यक्रम के तहत शहरों, गांवों व कस्बों मे जनसभाएं की जाएंगी।