ऐपशहर

Haryana DGP Dispute: फिर पुलिस! CM खट्टर और अनिल विज क्यों एक-दूसरे से भिड़ गए? जानें पूरा विवाद

Haryana DGP Vivad हरियाणा में सीएम Manohar Lal Khattar और गृह मंत्री Anil Vij के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है। राज्य के Haryana DGP Manoj Yadav के सेवा विस्तार (DGP Manoj Yadav Extension) को लेकर दोनों में तकरार है। अब विज ने (Anil Vij letter on Haryana DGP) इस मसले पर सीएम को एक खत लिखा है।

टाइम्स न्यूज नेटवर्क 4 Mar 2021, 10:28 am

हाइलाइट्स

  • हरियाणा के डीजीपी को लेकर सीएम खट्टर और मंत्री अनिल विज में तकरार
  • डीजीपी मनोज यादव को एक साल के लिए सेवा विस्तार देने पर बढ़ा विवाद
  • विज ने खत में बिना किसी देरी के नए डीजीपी की नियुक्ति की मांग की है
  • डीजीपी को बताया अक्षम, किसान आंदोलन से निपटने में नाकामी का आरोप

सारी खबरें हाइलाइट्स में पढ़ने के लिए ऐप डाउनलोड करें
मनवीर सैनी/राव जसवंत सिंह, चंडीगढ़
हरियाणा में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के कार्यकाल को लेकर चल रहा विवाद बढ़ता जा रहा है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) और गृह मंत्री अनिल विज (Anil Vij) में दरार और चौड़ी होती दिख रही है। डीजीपी मनोज यादव (DGP Manoj Yadav) पर खट्टर और विज की खटपट खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। आइए जानते हैं कि क्यों है पूरा विवाद...
बिना किसी देरी के नए डीजीपी की नियुक्ति की मांग
कई दिनों से मुख्यमंत्री खट्टर के दफ्तर और गृह मंत्री अनिल विज के बीच तनातनी बढ़ रही है। जुबानी जंग के बीच अनिल विज के एक खत ने आग में घी डालने का काम किया है। मंगलवार को विज ने सीएम खट्टर को एक खत लिखा है। इसमें उन्होंने बिना किसी देरी के राज्य में नए डीजीपी की नियुक्ति की मांग की है। यह खत उसी दिन आया है, जब केंद्रीय गृह मंत्रालय ने डीजीपी मनोज यादव का कार्यकाल एक साल बढ़ाने के लिए पत्र जारी किया है।

मनोज यादव को केवल तब तक के लिए सेवा विस्तार (एक्सटेंशन) दिया जाना चाहिए जब तक कि नई व्यवस्था ना हो जाए, क्योंकि वह एक अक्षम अधिकारी हैं।
खत में गृह मंत्री अनिल विज

'डीजीपी मनोज यादव अक्षम अधिकारी'
सीएम खट्टर को लिखे खत में मंत्री अनिल विज ने कहा है, 'मनोज यादव को केवल तब तक के लिए सेवा विस्तार (एक्सटेंशन) दिया जाना चाहिए जब तक कि नई व्यवस्था ना हो जाए, क्योंकि वह एक अक्षम अधिकारी हैं।'

'मनोज यादव के रहते कानून-व्यवस्था काबू में नहीं होगी'
अनिल विज ने इस चिट्ठी में लिखा है कि जब तक मनोज यादव पुलिस फोर्स के मुखिया रहेंगे, राज्य की कानून-व्यवस्था काबू में नहीं रखी जा सकती। उनका अपने विभाग के अफसरों पर कोई नियंत्रण नहीं है। विज ने खत में लिखा, 'यही नहीं जिस तरह से मनोज यादव ने किसान आंदोलन पर लचर रवैया दिखाया, उनका डीजीपी की कुर्सी पर बने रहना राज्य के हित में नहीं है।'

उनका अपने विभाग के अफसरों पर कोई नियंत्रण नहीं है। मैं जो इस वक्त महसूस कर रहा हूं उसके बारे में सीएम को अवगत करा दिया है। अब यह मुख्यमंत्री के ऊपर है कि वह अपने मंत्री पर भरोसा करते हैं या नहीं।
खत में गृह मंत्री अनिल विज

'विभाग के मुखिया के रूप में मैंने जिम्मेदारी छोड़ी'

हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को विज ने बताया, 'मैंने विभाग के मुखिया (बतौर गृह मंत्री) के रूप में अपनी जिम्मेदारी छोड़ दी है। मैं जो इस वक्त महसूस कर रहा हूं उसके बारे में सीएम को अवगत करा दिया है। अब यह मुख्यमंत्री के ऊपर है कि वह अपने मंत्री पर भरोसा करते हैं या नहीं।'

डीजीपी को एक्सटेंशन मिलने पर उठाए सवाल
विज ने बताया कि केंद्र ने यादव को एक साल का एक्सटेंशन दिया है। इस कदम से माना जा रहा है कि वह अपने रिटायरमेंट कर डीजीपी बने रहेंगे। मंत्री अनिल विज ने कहा कि केंद्र की बजाए राज्य सरकार उन्हें डीजीपी के रूप में एक्सटेंशन दे सकती है। हरियाणा में डीजीपी को लेकर सीएम खट्टर और विज आमने-सामने हैं। पिछले एक हफ्ते से विज और मुख्यमंत्री कार्यालय के बीच जुबानी जंग चल रही है। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों के बीच सामंजस्य ना होने से विज नाराज हैं।

अगला लेख

Stateकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर
ट्रेंडिंग