एस. पी. रावत, कुरुक्षेत्र
नए डीजीपी बीएस संधू के आदेश पर प्रदेश भर में यूपी की तर्ज पर ऑपरेशन दुर्गा चलाया जा रहा है। लेकिन इसे लेकर कुछ युवक-युवतियों को खासा परेशान होना पड़ रहा है। हालांकि कई ऐसे भी लोग हैं जिन्हें इस अभियान के पीछे पुलिस की मंशा ठीक दिखाई दे रही है।
मंगलवार को करनाल महिला थाना प्रबंधक उप-निरीक्षक पवना देवी ने टीम के साथ ऑपरेशन दुर्गा के तहत शहर भर में बेवजह घूमने वालों और शिक्षण संस्थानों के आस-पास खड़े होकर वहां से आने-जाने वाली लड़कियों के साथ छेड़छाड़ करने वालों पर सख्ती दिखाई। पुलिस टीम ने शिक्षण संस्थानों और उनके आस-पास करीब 12 दुपहिया वाहनों के चालान भी काटे। यमुनानगर में डीएसपी ऊषा कुंडू महिला थाना की एसएचओ कुलबीर कौर, ट्रैफिक एसएचओ यमुनानगर निर्मल सिंह, थाना शहर एसएचओ अजीत कुमार शर्मा के साथ मॉडल टाउन में डीएवी गर्ल्स कॉलेज के पिछले गेट पर पहुंची। डीएसपी और 5 महिला कॉन्स्टेबल सादी वर्दी में थीं। इसलिए कोई उन्हें पहचान नहीं पा रहा था। यहां पर टीम ने पौना घंटा कार्रवाई की। कॉलेजों के आसपास घूम रहे 110 युवकों से पूछताछ की। इनमें से ट्रैफिक नियमों की अवहेलना करने वाले 62 युवकों के चालान किए गए। कुरुक्षेत्र में दयानंद महिला महाविद्यालय के आसपास व बस अड्डों के आस पास भी ऑपरेशन दुर्गा चलाया।
असामाजिक तत्व पकड़ से बाहर
यहां कई युवक युवतियों का कहना है कि छेड़छाड़ करने वाले पुलिस की पहुंच से बाहर हैं। जब यह अभियान चल रहा है वे ऐसा क्यों करेंगे? अब हो ये रहा है कि बेगुनाहों के चालान काटे जा रहे हैं। एक युवती ने करनाल में बताया कि बस अड्डे पर अपने फ्रेंडस के साथ बस के इंतजार में बैठने पर भी सवाल किए जा रहे हैं। बस अड्डे पर महिलाओं के लिए वेटिंग रूम बना है तो वहां आकर पूछा जा रहा था कि कितनी देर से यहां बैठी हो और क्यों बैठी हो? कुछ युवक युवतियों ने बताया कि पुलिस के डर से वे अपने कामकाज भी नहीं कर पा रहे हैं। पुलिस के साथ विडियो बनाने वाले भी चल रहे हैं। हमने कोई गलत काम नहीं किया लेकिन हमसे पूछताछ का विडियो एक चैनल पर चल गया। उसे देख परिवार वालों ने बेवजह डांटा और बिना वजह बदनामी हुई। इस अभियान में पुलिस हर किसी के साथ टोकाटाकी कर रही है। छेड़छाड़ रोकनी है तो सादे कपड़ों में रोजाना संभावित जगहों पर पुलिस तैनात रहनी चाहिए। यह चार दिन फोटो खिंचवाने वाला अभियान न बने तो अच्छा।