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पुराने व जर्जर निर्माण कभी भी ला सकते हैं तबाही

नवभारतटाइम्स.कॉम 20 Jan 2011, 4:00 am

हाई डेमेज रिस्क जोन में शामिल फरीदाबाद को रिस्क फ्री बनाने के लिए प्रशासन की ओर से कड़े उपाय किए जा रहे हैं। नगर निगम व हूडा नए निर्माणों को...

पुराने व जर्जर निर्माण कभी भी ला सकते हैं तबाही
एनबीटी न्यूज॥ फरीदाबाद हाई डेमेज रिस्क जोन में शामिल फरीदाबाद को रिस्क फ्री बनाने के लिए प्रशासन की ओर से कड़े उपाय किए जा रहे हैं। नगर निगम व हूडा नए निर्माणों को भूकंपरोधी होने पर ही निर्माण की अनुमति दे रहे हैं। हालांकि शहर के पुराने निर्माण अभी भी भूकंप की मारक क्षमता बढ़ाने के लिए तैयार दिखाई देते हैं। जिससे भूकंप की स्थिति में यहां तबाही फैल सकती है। फरीदाबाद क्षेत्र में निर्माण के लिए नगर निगम व हूडा से इजाजत लेनी पड़ती है। इस बारे में दोनों विभागों के प्रमुखों ने प्लानिंग विभाग को नक्शा पास करने में नियमों की अनदेखी न करने के निर्देश दे रखे हैं। इस बारे में नगर निगम के सीटीपी एस. सी. कुश का कहना कि नए बनने वाले भवनों को तभी निर्माण की मंजूरी दी जाती है, जब वह भूकंपरोधी होने की शर्त को पूरा करते हैं। इसी प्रकार हूडा के संपदा अधिकारी अरविंद मल्हान ने बताया नहरपार में दर्जनों हाउसिंग प्रोजेक्ट बन रहे हैं। इन मल्टी स्टोरी प्रोजेक्ट में हजारों की संख्या में लोगों के रहने का अनुमान है। जिसके बारे में डिपार्टमेंट कोई रिस्क लेने के लिए तैयार नहीं हैं। जर्जर भवनों से बना हुआ है खतरा फरीदाबाद में कई इलाकों में पुराने व जर्जर भवनों के कारण भूकंप की स्थिति में खतरा बढ़ सकता है। इनमें ओल्ड फरीदाबाद, दौलताबाद, अजरौंदा, एनआईटी, बल्लभगढ़ आदि जगहों पर ऐसे सैकड़ों मकान हैं, जिनकी हालात बहुत खराब है। गौरतलब है कि शहर के सबसे बडे़ बीके अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग को लोक निर्माण विभाग ने असुरक्षित घोषित कर दिया था, इसके बावजूद पुरानी बिल्डिंग में अभी भी कुछ गतिविधियां जारी हैं। दिल्ली-सोहना यानी देहरादून फाल्ट पर 6 डिग्री तीव्रता के भूकंप की स्थिति में इस क्षेत्र में हाहाकार मच सकता है। सिस्मोग्रॉफिक यंत्र से लगता है अनुमान मौसम व भू-वैज्ञानिक सिस्मोग्रॉफिक यंत्र के जरिए भूकंप से होने वाले संभावित नुकसान का आंकलन करते हैं। जिसके आधार पर पूरे देश को अलग अलग जोन में बांटा जाता है। फरीदाबाद जोन चार में आता है, जिसे हाई डेमेज रिस्क जोन माना जाता है। इस क्षेत्र में केवल 3 से लेकर 6 डिग्री तक के ही भूकंप आ सकते हैं। हालांकि अरावली की भुरभुरी मिट्टी व पत्थर रिक्टर स्केल पर 6 डिग्री के भूकंप को भी दहशत भरा बना सकती है।सेफ है शहर : प्रशासन स्थानीय प्रशासन फरीदाबाद को सेफ मानता है। जिला उपायुक्त डॉ. प्रवीण कुमार का कहना है कि डिजास्टर मैनेजमेंट बोर्ड पूरी तरह से अलर्ट रहता है। मौसम विभाग भी मंगलवार को आए भूकंप से फरीदाबाद में किसी प्रकार के नुकसान की उम्मीद नहीं होने की बात कह रहा है। आकस्मिक स्थित के लिए महत्वपूर्ण नंबरडीसी ऑफिस 2226604, 2227936फायर ब्रिगेड, एनआईटी 2412666फायर ब्रिगेड, सेक्टर 15 2284444फायर ब्रिगेड, सेक्टर 31 2275886फायर ब्रिगेड, बल्लभगढ़ 2309744बीके अस्पताल 9212155102पुलिस कंट्रोल रूम 100, 9999150000
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