वरिष्ठ संवाददाता, सेक्टर 16
प्रदेश में वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए हरियाणा पलूशन कंट्रोल बोर्ड ने सख्त हो गया है। बोर्ड एक टीम बनाकर कंस्ट्रक्शन साइट्स का निरीक्षण करेगा। जो बिल्डर नियमों के मुताबिक काम करता नहीं पाया जाएगा, उस पर दो-दो लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा, क्योंकि सबसे ज्यादा धूल कंस्ट्रक्शन साइट पर ही उड़ती है, जिससे वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ता है। हरियाणा स्टेट पलूशन कंट्रोल बोर्ड के बल्लभगढ़ रीजनल ऑफिसर विजय चौधरी ने बताया कि अभी तो बारिश का मौसम चल रहा है, इसलिए धूल ज्यादा नहीं उड़ रही है। अगले महीने से टीम ग्रेटर फरीदाबाद में कंस्ट्रक्शन साइट्स का निरीक्षण करेगी।
सरकार फरीदाबाद में वायु प्रदूषण को लेकर बेहद गंभीर है। पिछले साल के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो अक्टूबर और नवंबर में वायु प्रदूषण सबसे अधिक बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। सेक्टर 16 स्थित एयर एंबिएंट क्वॉलिटी मशीन के आंकड़ों के अनुसार पिछले साल अक्टूबर में दशहरा के आसपास वायु में आरएसपीएम 2.5 की मात्रा 400 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर थी। नवंबर में दिवाली के आसपास इसकी मात्रा 500 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर पहुंच गई थी, जो सेहत के लिए काफी हानिकारक है। सामान्य तौर पर वायु में आरएसपीएम 2.5 की मात्रा 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से कम होनी चाहिए, तभी वह सांस लेने लायक मानी जाती है। पलूशन कंट्रोल बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार धूल से सबसे ज्यादा वायु प्रदूषण हो रहा है। इसे देखते हुए कंस्ट्रक्शन साइट्स का निरीक्षण करने का प्लान तैयार किया गया है।