एक संवाददाता, फरीदाबाद
गोमांस के शक में शुक्रवार को एनआईटी-3 निवासी ऑटो चालक को पीटने के मामले में नया मोड़ आ गया है। जांच में पता चला है कि ऑटो में बीफ नहीं, बल्कि भैंस का मांस रखा था। पुलिस ने ऑटो चालक पक्ष की शिकायत के आधार पर केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
घायल आजाद ने पुलिस को बताया कि 13 अक्टूबर को वह अपने साथी शहजाद, अहसान व दो अन्य के साथ ऑटो में भैंस का मीट लेकर फतेहपुर बिल्लौच से ओल्ड फरीदाबाद लौट रहा था। गांव बाजड़ी के पास कुछ लड़कों ने उन्हें रोक लिया और गोमांस सप्लाई का आरोप लगाते हुए सभी के साथ मारपीट शुरू कर दी। आरोपी खुद को गोरक्षक बता रहे थे। इस दौरान मारपीट करने वालों ने पुलिस को फोन करके मांस से भरा ऑटो व आजाद समेत उसके साथियों को गोमांस तस्कर बताते हुए पुलिस के हवाले कर दिया। वहीं, पुलिस ने बिट्टू बजरंगी उर्फ राजकुमार निवासी संजय कॉलोनी की शिकायत पर आजाद व उसके साथियों के खिलाफ केस भी दर्ज कर लिया था। आजाद का आरोप है कि हमलावर उससे भारत माता की जय बुलवाने की जिद कर रहे थे। इस मामले में मारपीट का एक विडियो भी वायरल हुआ है, जिसमें कुछ लोग पीड़ित को घेरकर खड़े दिखाई दे रहे हैं। पुलिस ने बीफ के शक में पशुपालन विभाग के डॉक्टरों से जांच कराई तो पता चला कि बरामद मांस गाय का नहीं, बल्कि भैंस का है। इसके बाद आजाद पक्ष की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ पीटने व जान से मारने की धमकी देने की धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। बता दें कि कथित गोरक्षकों की पिटाई से आजाद घायल हो गया था, जिसके बाद उसे बीके अस्पताल में एडमिट कराया गया।
कोट : आजाद पोलियोग्रस्त है, उसका इलाज चल रहा है। वहीं, आरोपी पक्ष के लोगों की पहचान कर ली गई है। जल्द ही, उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। - आस्था मोदी, डीसीपी