- पुलिस कमिश्नर ने 15 सितंबर तक का दिया वक्त, फिर कटेगा चालान
Pawan.Jakhar
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फरीदाबादः शहर में सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने के लिए पुलिस कमिश्नर डॉ. हनीफ कुरैशी ने सभी वाहनों पर हाई सिक्यॉरिटी नंबर प्लेट लगवाने के आदेश दिए हैं। इसको लेकर जहां नंबर प्लेट लगाने वाले केंद्रों की संख्या बढ़ाई गई है, वहीं पुलिस कमिश्नर ने भी लोगों को मोहलत देते हुए 15 सितंबर तक का समय दिया है। दूसरी तरफ एक व्यक्ति ऐसा भी है जो दो साल से ज्यादा समय से हाई सिक्यॉरिटी नंबर प्लेट की फीस जमा करवाने के बाद भी आज तक नंबर प्लेट के लिए भटक रहा है। तय समय में अगर नंबर प्लेट नहीं लगती है तो ऐसे में 15 सितंबर के बाद हुए चालान की जिम्मेदारी किसकी होगी।
सेक्टर 9 निवासी संजीव तेवतिया ने बताया कि अपने पंप पर पेट्रोल और डीजल लाने के लिए उन्होंने टैंकर खरीदा था। हाई सिक्यॉरिटी नंबर प्लेट के महत्व को देखते हुए उन्होंने 16 अप्रैल, 2015 को इसकी सभी औपचारिकताएं पूरी करते हुए फीस जमा कर दी थी। उसके बाद से वह लगातार नंबर प्लेट के लिए संबंधित केंद्र पर जा रहे हैं, लेकिन हर बार यही बताया जाता है कि उनकी नंबर प्लेट अभी बनी नहीं है। अब तो इसकी जो रसीद है, वह भी खराब हो चुकी है। यह देखते हुए वह सेंटर गए और कंपनी के सॉफ्टवेयर को खुलवाकर उसकी फोटो खींचकर लाए कि उनके पास सबूत हो कि वह इसकी फीस जमा कर चुके हैं।
संजीव तेवतिया ने बताया कि पिछले महीने पुलिस कमिश्नर ने आदेश दिए कि जिन वाहनों पर हाई सिक्यॉरिटी नंबर प्लेट नहीं होगी, उसके चालान 1 सितंबर से किए जाएंगे। इसके बारे में पता चलने पर उन्होंने एक बार फिर प्रयास किया, लेकिन कुछ नहीं हुआ। पुलिस कमिश्नर ने लोगों को राहत देते हुए 15 सितंबर तक का समय लोगों को हाई सिक्यॉरिटी नंबर प्लेट लगवाने के लिए दिया है और उसके बाद बगैर हाई सिक्युरिटी नंबर प्लेट वाले वाहनों का चालान शुरू होगा। उनका वाहन तो कमर्शल है, जिसको बिल्कुल रियायत नहीं मिलेगी। अब ऐसे में सवाल उठता है कि अगर उनकी गाड़ी का चालान होता है तो आखिर जिम्मेदार कौन होगा?
वर्जन
हाई सिक्यॉरिटी नंबर प्लेट लगाने वाली कंपनी से इसकी जानकारी मांगी जाएगी। सभी दस्तावेजों के साथ पीड़ित मुझसे मिल सकते हैं। उनकी गाड़ी पर हाई सिक्यॉरिटी नंबर प्लेट लगवाई जाएगी।
- देवेंद्र कुमार, एसीपी (ट्रैफिक)