प्रमुख संवाददाता, फरीदाबाद
रमजान माह के चौथे जुमे की नमाज के लिए लोगों में विशेष उत्साह देखने को मिला। सिटी की मस्जिदों में इसको लेकर व्यापक इंतजाम किए गए थे। दोपहर के वक्त हुई नमाज के लिए मस्जिदों के बाहर तक नमाज पढ़ने आए रोजेदारों की भीड़ दिखी। इस दौरान प्रशासन की ओर से सुरक्षा के इंतजाम भी किए गए थे। जुमे की नमाज में अमन व प्रगति की दुआएं मांगी गई। नमाज के दौरान रमजान की खूबियां बयान की गईं। साथ ही गुनाहों से तौबा कर ज्यादा से ज्यादा इबादत करने पर जोर दिया गया। शहर की अनेक मस्जिदों रोजेदारों को रोजा, जकात और नमाज के बारे में बताया गया। ओल्ड फरीदाबाद स्थित पीर की मजार, ईदगाह मस्जिद, नगला रोड, बड़खल, डबुआ कॉलोनी, ऊंचा गांव स्थित जामा मस्जिद, एसी नगर, सेक्टर- 6 ईदगाह सहित अन्य मस्जिदों में गर्मी के बावजूद नमाजियों की काफी भीड़ देखने को मिली। बड़ों के साथ बच्चे भी पारंपरिक ड्रेसों में टोपी पहने नमाज में शामिल हुए। सेक्टर-6 ईदगाह के मौलाना रमजान ने कहा कि यह महीना सबसे खास और इस्लाम में एक खास मुकाम व मर्तबा रखता है। जकात अदा न करने पर सारी इबादतें कबूल नहीं होतीं। ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद करें और दान दें। उन्होंने कहा कि इंसान को दूसरे इंसान से जोड़ने का काम करें, तोड़ने का नहीं। मौलाना रमजान ने बताया कि फितरे में पांच चीजें अहम हैं, जिनमें गेंहू, जौ, खजूर, किशमिश व पनीर शामिल है। प्रत्येक आदमी को इन चीजों में से एक चीज फितरा में देनी चाहिए। अगर चीज नहीं दे पाते हैं तो पौने दो किलो वजन की कीमत देनी चाहिए।