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मुखबर से मिले क्लू से पकड़े गैंगरेप के आरोपी

नगर संवाददाता, फरीदाबादओल्ड चौक से 13 जनवरी की शाम को हुए युवती के अपहरण और गैंगरेप के मामले में पुलिस के पास तीन दिनों तक कोई इनपुट नहीं था। ...

Navbharat Times 19 Jan 2018, 8:00 am

नगर संवाददाता, फरीदाबाद

ओल्ड चौक से 13 जनवरी की शाम को हुए युवती के अपहरण और गैंगरेप के मामले में पुलिस के पास तीन दिनों तक कोई इनपुट नहीं था। आखिर में एक मुखबिर की सूचना पर एसीपी क्राइम ने तीन क्राइम ब्रांच टीम के साथ मिलकर काम किया। मुखबिर की सूचना सही निकली और दो आरोपी पकड़े गए। अब पुलिस के लिए बचे हुए दो आरोपियों को पकड़ना मुश्किल काम नहीं है। इस बड़ी कामयाबी के बाद तकनीक के दौर में मुखबिर पर पुलिस का भरोसा और बढ़ गया है। एनबीटी ने आरोपियों को पकड़ने वाली क्राइम ब्रांच की टीम व एसीपी क्राइम राजेश चेची से बात की।

मंगलवार को दी थी सूचना : घटना के बाद यह इनपुट जाहिर हो चुका था कि युवती का अपहरण सफेद स्कॉर्पियो से हुआ। स्कॉर्पियो के पीछे एचआर-99 लिखा हुआ है। हाइवे के आस-पास व टोल प्लाजा पर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की खोजबीन शुरू की, लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिली। पुलिस सूत्रों की माने तो मंगलवार शाम एक मुखबिर ने एसीपी क्राइम को खास इनपुट दिया। इनपुट यह था कि वाईएमसीए चौक के पास एक सर्विस सेंटर है। यहां पर 4 युवक स्कॉर्पियो की सर्विस कराने आए थे। मुखबिर ने इन युवकों को पान की दुकान पर बीयर पीने व घूमने की बात कर रहे थे।

खंगाली एजेंसियों की डायरी : मुखबिर की सूचना से पहले पुलिस व क्राइम ब्रांच ने महज एजेंसियों से पिछले तीन महीने में बिकी हुई गाड़ियों का डेटा जुटाया हुआ था। इसके बाद क्राइम ब्रांच ने सर्विस सेंटर से डेटा जुटाया। इसमें पुलिस को सफेद स्कॉर्पियो का क्लू व सर्विस रजिस्टर पर दर्ज नंबर मिला।

डंप उठाकर मोबाइल किए ट्रेस : सर्विस सेंटर से मिले नंबर को क्राइम ब्रांच ने साइबर सेल को दिया। साइबर सेल ने नंबर की लोकेशन 13 जनवरी की शाम 6-7 बजे के बीच देखी तो ओल्ड चौक के आस-पास ही मिली, लेकिन इसके बाद यह नंबर कुछ देर के लिए बंद था। तब साइबर सेल ने डंप (क्षेत्र विशेष में चल रहे मोबाइल) उठाया। बंद मिले नंबर की कॉल डिटेल से पुलिस ने दूसरे नंबर एक दूसरे से जोड़ कर देखे। इसमें दो नंबर ऐसे थे जो आस-पास ही थे और इनको सर्विलांस पर लगाकर क्राइम ब्रांच ने निगरानी शुरू की। आखिर में दो नंबर एक साथ पुन्हाना में मिले। क्राइम ब्रांच पीछे लगी और कामयाबी मिली।

मैच देख रहा था आरोपी : पुलिस सूत्रों के मुताबिक क्राइम ब्रांच ने जब पहले आरोपी को पकड़ा तो वह मार्केट में टीवी पर क्रिकेट मैच देख रहा था। इसके बाद क्राइम ब्रांच ने उसकी जानकारी पर दूसरे आरोपी को पकड़ा। इस कार्रवाई की भनक दूसरे आरोपियों को लग गई और वह अपने ठिकानों से भाग निकले। आरोपियों को यह अंदाजा नहीं था कि पुलिस उन तक पहुंच पाएगी, लेकिन घटना के बाद का डर जरूर था। यही वह वजह थी कि घर पर बहाना बताकर वह अपने घरों में नहीं रुक रहे थे।

यह कामयाबी ट्रेडिशनल पुलिसिंग व टेक्निक को एक साथ लेकर काम करने के बाद मिली है। क्राइम ब्रांच सेक्टर-30, 48 व बीपीटीपी ने बेजोड़ मेहनत की है। बचे हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी जारी है। -राजेश चेची, एसीपी क्राइम।

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