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फरीदाबाद में हाईटेक तरीके से होगी पानी की सप्लाई, दूर होगी किल्लत

देश के कई बड़े शहरों जैसे पुणे, नागपुर, अहमदाबाद, मेरठ में स्काडा प्रॉजेक्ट पहले से काम कर रहा है। जिससे पानी की बर्बादी भी नहीं होती। स्मार्ट सिटी लिमिटेड एक महीने के अंदर ही टेंडर कर काम शुरू करने वाला है।

Reported byचंद्रकांत यादव | नवभारत टाइम्स 19 Oct 2020, 9:59 am
फरीदाबाद
नवभारतटाइम्स.कॉम water
सांकेतिक तस्‍वीर

शहर में पेयजल सप्लाई से जुड़ी समस्याओं के समाधान और बेहतर ढंग से मॉनिटरिंग के लिए फरीदाबाद स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने स्काडा (सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डाटा एक्विजिशन) का प्रॉजेक्ट फाइनल कर लिया है। इससे वॉटर सप्लाई करने वाली लाइनों की अत्याधुनिक उपकरणों के जरिए न सिर्फ मॉनिटरिंग हो सकेगी, बल्कि लीकेज का भी तुरंत पता चल जाएगा और पूरे शहर में एकसमान पानी का वितरण भी हो सकेगा। पिछले दिनों स्मार्ट सिटी बोर्ड बैठक में 28 करोड़ रुपये के इस प्रॉजेक्ट को पास कर दिया गया है। स्मार्ट सिटी ने रेनीवेल की 7 महत्वपूर्ण लाइनों का सर्वे किया था, जिसके बाद डीपीआर तैयार की गई। शहर में लगे 1646 ट्यूबवेल को भी इससे जोड़ा गया है। इससे शहर में पानी की सप्लाई से संबंधित सारी व्यवस्था एक कंट्रोल रूम से देखी जा सकती है। देश के कई बड़े शहरों जैसे पुणे, नागपुर, अहमदाबाद, मेरठ में स्काडा प्रॉजेक्ट पहले से काम कर रहा है। जिससे पानी की बर्बादी भी नहीं होती। स्मार्ट सिटी लिमिटेड एक महीने के अंदर ही टेंडर कर काम शुरू करने वाला है।

क्या है स्काडा
स्काडा एक सॉफ्टवेयर है, जिससे निगम को एक कंट्रोल रूम से पानी सप्लाई की सही जानकारी मिल जाएगी। नगर निगम व स्मार्ट सिटी लिमिटेड इस सिस्टम को रेनीवेल की लाइन पर लगाएगा। इससे पता चलेगा कि एक रेनीवेल से कितना पानी किस बूस्टर में गया, बूस्टरों में कितना पानी है और कितनी मात्रा में पाइपलाइन से किस एरिया में जा रहा है। पाइपलाइन में लीकेज भी यह आसानी से बता देगा। इसकी पूरी जानकारी अधिकारी के मोबाइल पर आती रहेगी। इस वक्त को शहर की पाइप लाइनें कहां हैं और उनमें लीकेज है या नहीं, निगम को कुछ नहीं पता।

कंट्रोल रूम में मैप से होगी निगरानी
स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अनुसार फरीदाबाद में रेनीवल और शहर के अंदर लगे ट्यूबवेलों से पानी आता है। यमुना किनारे मोठूका, घरौड़ा, मंझावली, भूपानी, ददसिया, ददसियां न्यू में कुल 16 रेनीवेल लगे हैं, जिनकी 7 पाइप लाइनों से शहर में पानी पहुंचता है। रोज इनसे 151 एमएलडी पानी सप्लाई बूस्टरों तक होती है। शहर में 1646 ट्यूबवेल से भी रोज 120 एमएलडी पानी निकलता है। लेकिन, यह सारा पानी एकसमान रूप से सभी इलाकों में नहीं जा पाता है। जिससे लोग परेशान होते हैं। कंट्रोल रूम में रेनीवेल की पाइप लाइनों का पूरा मैप होगा। कितना पानी किस बूस्टिंग में गया और वहां से किस इलाके में कितना पानी भेजना है, सब कंट्रोल रूम से ही निर्धारित होगा। जिस लाइन में लीकेज होगा, उसकी सूचना कंट्रोल रूम में आ जाएगी।

लाइनों पर लगेंगे ये उपकरण

कुल फ्लो मीटर - 256

अल्ट्रासोनिक लेबल ट्रांसमीटर - 86

प्रेशर ट्रांसमीटर - 510

पीएलसी पैनल - 113

मोटर एंड पंप रिप्लेसमेंट- 67

लाइन पर लगेगा सॉफ्टवेयर- 1

फरीदाबाद स्मार्ट सिटी लिमिटेड की बोर्ड बैठक में स्काडा का प्रॉजेक्ट पास कर दिया गया है। 28 करोड़ के इस प्रॉजेक्ट के लिए अब टेंडर प्रक्रिया शुरू करनी है। जिसके बाद काम शुरू कर दिया जाएगा। इससे पानी की सही बंटवारा होगा और लाइनों पर निगरानी रखी जा सकेगी। पानी चोरी भी नही होगी।
डॉ. गरिमा मित्तल, सीईओ, फरीदाबाद स्मार्ट सिटी लिमिटेड

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