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खाते से आधार लिंक न होने पर बच्चों को नहीं दिए कपड़े और जूते

ठंड में स्कूल ड्रेस का इंतजार कर रहे हैं बच्चे। उनका कसूर सिर्फ इतना है कि इनके आधार नंबर को बैंक खाते से नहीं जोड़ा गया है। ऐसे में बच्चे जर्सी व जूते-मोजे के बगैर ठिठुर कर अपनी पढ़ाई कर रहे हैं। इन बच्चों को स्कूल वर्दी के 800 रुपये मिलने का इंतजार है।

नवभारत टाइम्स 10 Jan 2019, 10:31 am
सुनील गौड़, फरीदाबाद
नवभारतटाइम्स.कॉम school-dress

फरीदाबाद के सरकारी स्कूलों में पहली से 8वीं कक्षा तक के विद्यार्थी ठंड में मिलने वाली वर्दी के लिए बाट जोह रहे हैं, लेकिन वर्दी के रुपये विद्यार्थियों के खातों में अभी तक नहीं आए हैं। इन बच्चों का कसूर सिर्फ इतना है कि इनके आधार नंबर को बैंक खाते से नहीं जोड़ा गया है। ऐसे में बच्चे जर्सी व जूते-मोजे के बगैर ठिठुर कर अपनी पढ़ाई कर रहे हैं। इन बच्चों को स्कूल वर्दी के 800 रुपये मिलने का इंतजार है। सरकार भ्रष्टाचार रोकने के लिए डायरेक्ट ट्रांसफर स्कीम के तहत विद्यार्थियों के बैंक खातों में 800 रुपये भेजती है।

शिक्षा के अधिकार के तहत वर्दी निशुल्क दी जाती है। 2018-19 सत्र के मिलने वाले जूते-मोजे,पैंट, कमीज, जर्सी के 800 रुपये विद्यार्थियों के बैंक खातों में अब तक नहीं पहुंचे हैं। इस कारण विद्यार्थियों को कंपा देने वाली सर्दी में अपने घरों से ही वर्दी का इंतजाम करना पड़ रहा है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि विद्यार्थियों के बैंक खातों से आधार कार्ड लिंक न होने के कारण स्कूल निदेशालय वर्दी बजट भेजने में असफल हो रहा है। वहीं टीचरों का कहना है कि हम उच्च अधिकारियों को विद्यार्थियों की समस्या के बारे में अवगत कराते आ रहे हैं, लेकिन अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही हैं।

यह है स्थिति
पहली से पांचवीं कक्षा तक इस स्कीम का लाभ लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या 44,067 है, जिनमें से 1,185 विद्यार्थियों का आधार नंबर उपलब्ध नहीं है, जबकि 42,882 विद्यार्थियों का आधार नंबर उपलब्ध है लेकिन बैंक खातों से केवल कुछ लिंक हो सके हैं। ऐसे ही कक्षा छठी से आठवीं तक के विद्यार्थियों की संख्या 26,888 है। इनमें से 163 विद्यार्थियों का आधार नंबर नहीं है, जबकि 26,709 विद्यार्थियों का आधार नंबर उपलब्ध है, पर इनमें से कुछ ही आधार नंबर बैंक खातों से लिंक हैं।

स्कूलों में बनवाए जाएंगे आधार कार्ड
जब तक आधार कार्ड नंबर बैंक खातों से लिंक नहीं होंगे, तब तक ड्रेस का पैसा खातों में नहीं आएगा। विद्यार्थियों को बजट मिले, इसके लिए शिक्षा विभाग छह स्कूलों में आधार मशीन लगवाकर आधार कार्ड बनवाए जाएंगे। जिला शिक्षा विभाग में ऐसे विद्यार्थियों की सूची तैयार करने के लिए बुधवार को मीटिंग बुलाई गई। मीटिंग में अध्यापकों को अपने-अपने स्कूलों के विद्यार्थियों की सूची तैयार करने के लिए कहा गया है।

विद्यार्थियों की ड्रेस के लिए बजट मिलने में अभी थोड़ा समय लगेगा। हम इसके लिए सबसे पहले आधार कार्ड बनवाने के लिए जिले के छह स्कूलों में आधार मशीन लगाएंगे। 12 हजार से अधिक ऐसे विद्यार्थी हैं, जिनके आधार नंबर बैंक खातों से लिंक है। उनके खातों में जल्द कपड़ों की राशि आ जाएगी। - शशी अहलावत, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी

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